नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली की शराब नीति घोटाला (liquor policy scam) मामले में आम आदमी पार्टी के नेता विजय नायर और व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली को गिरफ्तार कर लिया है। विजय नायर और अभिषेक बोइनपल्ली को मनी लांड्रिंग act के तहत गिरफ्तार किया गया है।
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जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले दोनों को सीबीआई ने भी गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से दोनों न्यायिक हिरासत में थे। विजय नायर की जमानत पर सुनवाई होनी थी लेकिन इससे पहले ही उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि मामले में गुरुवार को दो आरोपियों बिनॉय बाबू और पी सरथ चंद्र रेड्डी को गिरफ्तार किया था। इन्हें कोर्ट में पेश करते हुए ईडी ने दावा किया कि दिल्ली की आबकारी नीति सार्वजनिक होने से पहले कुछ शराब निर्माताओं को लीक कर दी गई थी।
इतना ही नहीं ईडी का दावा है कि जांच में पता चला दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत करीब 34 VIP लोगों ने डिजिटल सबूत मिटाने के लिए करीब 140 मोबाइल फोन बदले। ईडी का दावा है कि इस मामले में 100 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई।
क्या है दिल्ली की शराब नीति घोटाला
दिल्ली में केजरीवाल सरकार 2021-22 में आबकारी नीति लेकर आई थी। इस नीति के आने के बाद दिल्ली के शराब कारोबारी ग्राहकों को डिस्काउंटेड रेट पर शराब बेच रहे थे। इस नीति में सीबीआई ने घोटाले के आरोप लगाए थे. मामले में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को मुख्य आरोपी बनाया गया है। कई जगहों पर एक बोतल खरीदने पर दूसरी मुफ्त दी जा रही थी के चलते एक समय ऐसा भी आया था, जब दिल्ली में शराब दुकानों की संख्या करीब 650 पहुंच गई थी।
जांच एजेंसी ने नई शराब नीति में घोटाला होने का दावा किया था, जिसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 को वापस ले लिया था। राज्य में एक सितंबर से पुरानी शराब नीति दोबारा लागू कर दी गई है। नई नीति लागू होने से पहले ही कई लाइसेंस धारकों ने अपने लाइसेंस सरेंडर कर दिए थे।
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