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उत्तर प्रदेश

प्रकृति आधारित कार्यक्रम पैग़ाम 22 संपन्न, स्मृति शेष कमल मिश्र सम्मान से विभूषित हुए शैलेन्द्र सिंह

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Paigam 22

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लखनऊ। प्रकृति आधारित कार्यक्रम पैग़ाम 22 (Paigam 22) का समापन लखनऊ के लोहिया पार्क के रंगमंच पर संपन्न हुआ । कार्यक्रम की शुरुआत प्रकृति की वर्तमान स्थिति के उदघोषण से हुआ जिसके बाद मुख्य अतिथि के रूप में आये माननीय न्यायमूर्ति राजीव सिंह, उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ का स्वागत हुआ । पैग़ाम की साथी दीक्षा मिश्रा ने पैग़ाम के बारे में बताया व संस्था के बारे में मंदीप मिश्र ने भी जानकारी दी । कार्यक्रम में आये हुए सभी लोगों द्वारा कोरोना काल में मृत हुए लोगों को एक मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी गई।

Paigam 22

पैग़ाम 22 के फाइनल में तीन टीमों द्वारा अपनी प्रस्तुति दी गई जिसमें मॉडर्न गर्ल्ज़ कालेज द्वारा प्रकृति का बदला नामक नुक्कड़ नाटक की बेहतरीन प्रस्तुति देते हुए प्रकृति के इतिहास वर्तमान और भविष्य को दर्शाने की कोशिश की। जिसके बाद लखनऊ पब्लिक कालेज ओफ प्रफ़ेशनल स्टडीज़ द्वारा तराज़ू पर आधारित नाटक प्रकृति का बदल कर समाज को समाज का आइना दिखाने का काम किय। ईसाबेला थौबर्न गर्ल्ज़ कालेज (IT College)  के बच्चों द्वारा क्या से क्या हो गया नामक नुक्कड़ से प्रस्तुत किया। सभी नाटकों को दर्शकों ने खूब सराहा।

कार्यक्रम में अतिथि प्रस्तुति के रूप में नेत्र हीन बच्चों प्रतीक सैनी, अनुराग शुक्ला, निखिल सिंह, आशीष यादव और मोहित बाल्मीकि ने ‘से नो टू प्लास्टिक’ पर नुक्कड़ की प्रस्तुति दी और लोगों को प्लास्टिक  का इस्तेमाल न करने के लिए जागरूक किया ।

कार्यक्रम में प्रकृति पर बेहतरीन कार्य करने के लिए हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्मृति शेष कमल मिश्र सम्मान पूर्व पीपीएस अधिकारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह को उनके द्वारा बैल गाडी के माध्यम से बिजली बनाने की योजना जिसका नाम ‘नंदी उर्जा’ रखा गया है, के लिए दिया गया । शैलेन्द्र विगत कई वर्षों से बुंदेलखंड में ज़मीन को उपजाऊ बनाने के लिए वहां के लोगों के बीच कार्य कर रहे हैं ।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माननीय उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति माननीय राजीव सिंह जीउपस्थित रहे। प्रकृति के प्रति लोगों को जागरूक और संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से पैग़ाम का अभियान चलाया गया जिसकी शुरुआत 6 नवम्बर को प्री राउंड से की गई जिसके बाद सेमी फाइनल राउंड में 14 नवम्बर से 17 नवम्बर तक मोंटफोर्ट इंटर कॉलेज में चबूतरा थियेटर, जागरण पब्लिक स्कूल में लखनऊ पब्लिक स्कूल ऑफ़ प्रोफेशनल स्टडीज, सी एम एस गोमती नगर में आई टी गर्ल्स,

राजकीय बालिका इंटर कॉलेज इंद्रा नगर में जी सी आर जी, करियर इंटर कॉलेज विकास नगर में मॉडर्न गर्ल्स कॉलेज, एस आर एम पब्लिक स्कूल फैजाबाद रोड में टेक्नो ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन, पायनियर मोंटेसरी कॉलेज विकास नगर में बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी और एस बी एन इंटर कॉलेज पारा में बी एन सी टी के छात्र छात्राओं ने प्रस्तुतियां दी और बच्चों को प्रकृति के लिए संवेदनशील बनाने का प्रयास किया गया साथ ही हर स्कूल में एक एक पेड़ भी प्रतिभागियों द्वारा लगाया गया ।

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अभियान के साथी देश दीपक सिंह ने बताया कि नुक्कड़ नाटक को प्रतियोगिता के रूप में समाज के बीच में ले जाने की वजह सिर्फ यही है की इससे बेहतर समाज के बीच में जागरूकता लाने का माध्यम नहीं हो सकता लेकिन वर्तमान समय में नुक्कड़ नाटक महज कुछ सरकारी योजनाओं के प्रचार का माध्यम मात्र रह गया है इसे विलुप्त होने से बचाने और समाज के प्रति युवा पीढ़ी को संवेदनशील बनाने का प्रयास है ।

पैग़ाम 2022 के विजेता के रूप में पुरस्कार एसाबेला थाउबर्न गर्ल्ज़ कालेज उप विजेता प्रथम लखनऊ पब्लिक कालेज ओफ प्रफ़ेशनल स्टडीज़ और उप विजेता तृतीय मॉडर्न गर्ल्ज़ कालेज को दिया गया । संस्था का उद्देश्य हमेशा से सामाजिक मुद्दों को सामज के बीच प्रमुखता से रखने और प्रतिभागियों के व्यक्तित्व विकास को करने का रहा है जिसके चलते इस बार मात्र 2 अंकों से पीछे रह रही जीसीआरजी ग्रूप ओफ़ इन्स्टिटूट की टीम को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया ।

विशेष अतिथियों के रूप में सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय के एस राखरा, माननीय न्यायमूर्ति महेंद्र दयाल, वरिष्ठ अधिवक्ता आई बी सिंह, जे एन माथुर, अभिनव एन त्रिवेदी, मुख्य स्थाई अधिवक्ता, अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता, अभिनेता डॉ अनिल रस्तोगी, पुनीत अस्थाना, आतम जीत सिंह, अंशुमाली टंडन, वरुण टम्टा, महेश चन्द्र देवा, श्रीमती ज्योति सिन्हा, केशव पंडित आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।

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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार के प्रयासों से दिव्य, भव्य अयोध्या में फिर से लौटने लगा ‘राम राज्य’

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अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों से दिव्य और भव्य अयोध्या में एक बार फिर से रामराज्य लौटने लगा है। इसे भवगान श्रीराम की विशेष कृपा ही कहेंगे कि अयोध्या में ऑनलाइन की जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण हो रहा है। हर शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जा रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आई एक अक्टूबर की रिपोर्ट बता रही है, जिसमें जिले के 19 में से 18 थाने प्रदेश में पहली रैंक पर आए हैं। इसमें कोतवाली नगर टॉप पर है।

जनपद पुलिस ने आईजीआरएस यानि एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पोर्टल पर ऑनलाइन आने वाली जन शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में पहली रैंक प्राप्त की है। पिछले कई महीनों बाद यह मौका आया है, जब अयोध्या पुलिस को यह सफलता मिली है। एसएसपी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानेदारों को सराहते हुए फेहरिस्त में निचले पायदान पर मौजूद थाने को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश सरकार ने जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल की व्यवस्था तैयार की है। नियमानुसार, इस पोर्टल पर आने वाली ऑनलाइन शिकायत का 30 दिन के भीतर गुणवत्तापरक तरीके से निस्तारण करना होता है। समय समय पर इन शिकायतों से जुड़ा फीडबैक लखनऊ में बैठे आला अफसर लेते हैं। डिफाल्टर या असंतोष की स्थिति में शिकायतों को वापस लौटाया जाता है, ताकि उनका निस्तारण हो सके। जनपद में अक्टूबर माह में 19 थानों में तकरीबन 2700 शिकायतें आईजीआरएस पर हुई हैं। 100 फीसदी शिकायतों का निस्तारण हो चुका है।

नगर कोतवाली नंबर वन

एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि आईजीआरएस के पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में कोतवाली नगर ने बाजी मारी है। इसके बाद सर्वाधिक शिकायतों को हल कर दूसरे नम्बर पर स्थान बनाने वाला थाना इनायतनगर है। बताया जाता है कि पुलिस में आई सभी ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक दारोगा मौके पर अवश्य जाता है। वहां से जीपीएस की तस्वीरें आती हैं, जिससे पता चलता है मामले को निपटाने में पुलिस दिलचस्पी दिखाती है।

रैंक वार थाना – प्राप्त शिकायतें व निस्तारण

1- कोतवाली नगर- 354
2- इनायतनगर- 297
3- अयोध्या कोतवाली- 272
4- कोतवाली बीकापुर- 243
5- महराजगंज- 241
6- रौनाही- 227
7- रुदौली- 209
8- गोसाईगंज- 160
9- तारुन- 156
10- खंडासा- 140
11- हैदरगंज- 133
12- कैंट- 112
13- कुमारगंज- 89
14- रामजन्मभूमि- 85
15- पटरंगा- 66
16- बाबा बाजार- 61
17- मवई- 59
18- थाना महिला- 48
19- पूराकलंदर- 324

नोट- थाना पूराकलंदर ने ऑनलाइन शिकायत पत्र देखने में देरी लगाई। इस कारण उसकी रैंक बहुत गिर गई है।

क्‍या है आइजीआरएस

एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आईजीआरएस जनसुनवाई के लिये एक आनलाइन माध्यम है। इस माध्यम से किसी भी व्यक्ति को शिकायत करने के लिये कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है‌। पीड़ित व्यक्ति इसके पोर्टल पर आनलाइन शिकयत दर्ज कराता है। संबंधित विभाग उसकी जांच कराकर निस्तारण कराने का प्रयास करता है। इस माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत पर जवाबदेही भी रहती है। शिकायत की हर स्थित से शिकायतकर्ता को जानकारी भी मिलती है।

प्रत्‍येक माह होती है शासन स्‍तर पर समीक्षा

आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के इस पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण की प्रत्येक माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है। आईजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक लेते हुए शासन के मानकों के हिसाब से पीड़ित संतुष्ट है या असंतुष्ट, इसकी समीक्षा करके रैंक जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी अयोध्या के सभी थाने हमेशा अग्रणी रहें।

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