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प्रादेशिक

योगी सरकार की आर्थिक नीतियों को ट्विटर पर यूजर्स ने जमकर सराहा

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लखनऊ। कभी पिछड़े और बीमारू राज्य के रूप में पहचाने जाने वाले उत्तर प्रदेश की नयी तस्वीर से अब दुनिया परिचित होने लगी है। उत्तर प्रदेश को देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनाने के संकल्प के साथ आगामी फरवरी 2023 को ‘यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ का आयोजन होने जा रहा है। निवेश के इस महाकुंभ से पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर हैशटैग यूपी गोज़ ग्लोबल (#UPGoesGlobal) जमकर ट्रेड हुआ।

सोमवार को इस हैशटैग ने मात्र तीन घंटे में लगभग 55 करोड़ लोगों तक अपनी पहुंच बनायी। इस दौरान तकरीबन 17 हजार यूजर्स ने इस हैशटैग के जरिए यूपी के बढ़ते आर्थिक प्रभाव को लेकर अपनी भावनाओं का इज़हार रिप्लाई, लाइक और रीट्वीट के साथ किया। वहीं लगभग साढ़े तीन हजार यूजर्स इस हैशटैग के साथ सीधे सीधे जुड़े।

बता दें कि विभिन्न प्रकार के राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय औद्योगिक संगठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उद्यमशील नीतियों से प्रभावित होकर नए उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं। सरकार के प्रयासों से आज उत्तर प्रदेश प्रगतिशील परिवर्तनकारी यात्रा के शिखर की ओर बढ़ रहा है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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