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जुर्म

Shraddha Murder: जोमैटो की रिपोर्ट से हत्या की तारीख को लेकर भ्रम

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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के लिए श्रद्धा वालकर हत्याकांड (shraddha murder) की गुत्थी सुलझाना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। जहां आरोपी आफताब पूनावाला अपना मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है, तो दूसरी तरफ उसके खिलाफ मिल रहे सबूतों से मर्डर की तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति बन रही है।

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दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, फूड डिलिवरी ऐप जोमैटो ने आफताब के फोन से खाना मंगवाने की रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें बताया है कि 18 मई से पहले आफताब दो लोगों का खाना मंगवा रहा था, जबकि इसके बाद वह एक लोग के लिए खाना ऑर्डर करता था।

हत्या के एक घंटे बाद ही ऑर्डर किया खाना

आफताब अमीन पूनावाला ने अब तक दिल्ली पुलिस को जानकारी दी है, उसके अनुसार उसने श्रद्धा का कत्ल 18 मई को रात करीब 9 बजे किया। जबकि, आफताब का फोन रिकॉर्ड बताता है कि 18 मई को उसने उसी रात 10 बजे लिए खाना मंगवाया था।

ऐसे में पुलिस को शक है कि या तो वह मर्डर की तारीख के बारे में झूठ बोल रहा है, या फिर उसने सुनियोजित तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया, जिसके तहत श्रद्धा की हत्या के कुछ देर बाद ही सामान्य व्यवहार करने लगा था।

जौमेटो की रिपोर्ट बताती है कि मई के आखिर में उसने आर्डर करना बेहद कम कर दिया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आफताब ने विभिन्न डिलीवरी ऐप पर खाना ऑर्डर किया और समय के साथ उसकी मात्रा कम हो गई, जो दर्शाता है कि केवल एक ही व्यक्ति भोजन कर रहा था।

कई लड़कियों से थे आफताब के संबंध

विशेष आयुक्त कानून और व्यवस्था सागर प्रीत हुड्डा ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि आफताब ने पालीग्राफ टेस्ट में हत्या का राज उगलना शुरू कर दिया है। आफताब ने बताया कि उसे कई लड़कियों से संबंध थे, जिसकी भनक श्रद्धा को लग गई थीं। इस पर आफताब ने श्रद्धा पर भी अन्य लड़कों से संबंध होने का आरोप लगा दिया, जिसके कारण दोनों के बीच आए दिन झगड़ा हो रहा था।

दोनों ने अलग रहने का किया था फैसला

आफताब ने बताया कि रिश्ते में शक बढ़ता गया। इसी के चलते श्रद्धा अलग रहना चाहती थी, लेकिन आफताब श्रद्धा को छोड़ना नहीं चाहता था। जब उसे लगा कि अब श्रद्धा उसके साथ नहीं रहेगी तो उसने हत्या कर साजिश रच डाली।

विशेष आयुक्त कानून और व्यवस्था सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि पालीग्राफ टेस्ट में आफताब ने बताया कि अप्रैल के अंत में दोनों हिमाचल प्रदेश गए थे। यहां कुछ दिन रहने के बाद श्रद्धा ने अलग रहने का मन बना लिया।

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उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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