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प्रादेशिक

हर जरूरतमंद को दें रैन बसेरे में अच्छी सुविधा : मुख्यमंत्री योगी

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CM Yogi

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि हर जरूरतमंद को रैन बसेरों में अच्छी सुविधा दी जाए। प्रशासन इसे प्राथमिकता पर लेते हुए यह सुनिश्चित करे कि सभी रैन बसेरों में पर्याप्त संख्या में बिस्तर व कंबल का इंतजाम के साथ साफ सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाए। यदि किसी के पास भोजन की व्यवस्था नहीं है तो उसे भोजन भी उपलब्ध कराया जाए।

सीएम योगी ने ये निर्देश सोमवार रात महानगर के तीन रैन बसेरों का निरीक्षण करने के दौरान दिए। उन्होंने रेलवे स्टेशन के पास, कचहरी बस स्टेशन के पास तथा झूलेलाल मंदिर के पास बने रैन बसेरों का निरीक्षण कर तथा वहां ठहरे लोगों से बातचीत कर उपलब्ध सुविधाओं की पड़ताल की। इस दौरान उन्होंने अपने हाथों से जरूरतमंदों में कम्बल व भोजन का वितरण भी किया। मुख्यमंत्री ने तीनों रैन बसेरों के बाहर भी जरूरतमंद लोगों में उच्च गुणवत्ता के कंबल व भोजन का वितरण कर उन्हें आश्वस्त किया कि उनके रहते किसी को भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। सीएम योगी ने रैन बसेरों में ठहरे सभी लोगों से आत्मीय संवाद किया। कोई डॉक्टर को दिखाने के लिए तो कोई परीक्षा या अन्य कार्य से गोरखपुर आया था। मुख्यमंत्री ने उनसे यह भी पूछा कि यहां रैन बसेरों में कोई परेशानी तो नहीं। सबने व्यवस्था को लेकर संतोषजनक जवाब दिया।

सड़कों पर ठिठुरते न दिखाई दें बेसहारा व जरूरतमंद : मुख्यमंत्री

रैन बसेरों का निरीक्षण करने के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिला प्रशासन व नगर निकायों को निर्देशित किया गया है कि रैन बसेरों का व्यवस्थित संचालन करें। इसमें स्वयंसेवी संगठनों की भी मदद ली जाए। कोई भी बेसहारा या जरूरतमंद सड़कों पर ठिठुरता न दिखाई दे। उनके ठहरने की सम्मानजनक व्यवस्था कराई जाए। इसके साथ ही शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में हर जरूरतमंद को कंबल व ऊनी कपड़े उपलब्ध कराए जाएं। हर जगह पर पर्याप्त अलाव की व्यवस्था हो।
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बाबा खुद ले रहे सुधि तो दिक्कत किस बात की

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कुशलक्षेम और जरूरतों के बारे में पूछे जाने पर रैन बसेरों में ठहरे लोग भाव विह्वल हो गए। उन्हें सहसा यकीन नहीं हो रहा था कि प्रतिकूल मौसम में उनके ठहरने और भोजन की जानकारी लेने खुद मुख्यमंत्री उनके पास आए हैं। रैन बसेरों में ठहरे लोगों का कहना था कि जब बाबा (योगी आदित्यनाथ) खुद उनकी सुधि ले रहे हैं तो उन्हें किस बात की दिक्कत होगी। रैन बसेरों के निरीक्षण के दौरान महापौर सीताराम जयसवाल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह समेत प्रशासन, पुलिस व नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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