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उत्तर प्रदेश

गोरखपुर: गृहकलह से पूरा परिवार हुआ खत्म, पति-पत्नी व दो मासूमों की संदिग्ध मौत

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गोरखपुर। उप्र के गोरखपुर में एक सनसनीखेज घटना की खबर सामने आई है। यहां एक ही परिवार के 2 मासूमों सहित 4 सदस्यों की संदिग्ध परिस्थितियों में जलकर मौत हो गई। ग्रामीण इस घटना को गृह कलह बता रहे हैं।

मृतक परिवार पर कर्ज होने की बात भी सामने आ रही है। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया है।

सब्जी बेचकर चलता था घर परिवार

मामला गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र के गांव देवकली का है। जहां 42 वर्षीय इंद्र बहादुर मौर्य गांव के बाजार में ही सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। परिवार में 38 वर्षीय पत्नी सुशीला के अलावा दो मासूम बच्चे एक 10 वर्षीय बेटी चांदनी और 08 वर्षीय पुत्र आर्यन थे।

गांव वालों के अनुसार, जब सुबह उनके घर से धुआं उठता देखा तो उन्हें किसी अनहोनी की आशंका हुई और तुरंत इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी। ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना गृह कलह के वजह से हुई है, क्योंकि अक्सर पति-पत्नी में विवाद होता रहता था।

इंद्र बहादुर मौर्य के भतीजे के अनुसार, उन पर कुछ कर्ज भी था, जिसको लेकर वो परेशान रहते थे। इन्हीं सब बातों को लेकर पति-पत्नी में अक्सर विवाद होता था। घटना के बाद इंद्र बहादुर के घर के आसपास भारी भीड़ जमा हो गई गांव वालों में इस घटना को लेकर कोहराम मचा हुआ है।

संदिग्ध नजर आ रहा है मामला 

ग्रामीणों की सूचना पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरा अंदर से बंद था। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई। परिवार के चारों सदस्यों का शव एक ही बेड पर पड़ा हुआ था और कमरे से जलने और केरोसिन की बदबू आ रही थी।

शवों को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मौत से पहले आपस में कुछ संघर्ष भी हुआ है, क्योंकि पत्नी के शरीर पर चोट के कई निशान भी मिले हैं, मौके पर पहुंची पुलिस टीम के साथ फॉरेंसिक टीम भी जांच पड़ताल में जुट गई है। पुलिस ने शवों का पंचनामा कराकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

सभी एंगल पर पुलिस कर रही जांच

एसएसपी गौरव ग्रोवर का कहना है कि सुबह ग्रामीणों ने जब घर से धुआं उठते देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। हम तत्काल मौके पर पहुंच गए और जांच पड़ताल शुरू कर दी। मामला प्रथम दृष्टया देखने से संदिग्ध लग रहा है। ग्रामीणों के अनुसार पति-पत्नी में अक्सर विवाद होता था। सभी एंगलों पर जांच की जा रही है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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