इस्लामाबाद। पाकिस्तान में महंगाई ने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। हालत ये है कि लोगों को वहां अब खाने के लाले पड़े हुए हैं। महंगाई ने लोगों का बजट इस कदर बिगाड़ा है कि लोग अब एक टाइम खाना खाकर पैसों की बजट कर रहे हैं। ब्लूमबर्ग में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के सांख्यिकी ब्यूरो ने शनिवार को महंगाई के ताजा आंकड़े जारी करते हुए बताया कि देश का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मार्च के महीने में बढ़कर 35.37 फीसदी तक पहुंच गया है।
सालाना आधार पर पाकिस्तान की मार्च की महंगाई दर सबसे ज्यादा रही है। ब्लूमबर्ग ने अपने सर्वे में अनुमान लगाया था कि मार्च में देश की महंगाई दर 34.8 फीसदी रहने की संभावना है। ऐसे में पाकिस्तान के महंगाई के आंकड़े उम्मीद से कहीं ज्यादा दर्ज की गई है। वहीं फरवरी के आंकड़ों की बात करें तो मुद्रास्फीति दर 31.55 फीसदी थी।
पाकिस्तान की आम जनता महंगाई से परेशान है। रमजान के महीने में बढ़ती महंगाई ने लोगों के घर का बजट बिगाड़ रखा है। महंगाई बढ़ने के पीछे मुख्य कारण यह है कि सरकार ने पिछले कुछ महीनों में आईएमएफ ने राहत पैकेज पाने के लिए अपने टैक्स में बढ़ोतरी की है। इसके साथ ही देश के फ्यूल के रेट्स में जबरदस्त इजाफा दर्ज किया गया है। ऐसे में इसका असर खाद्य सामग्री के दामों पर साफ दिख रहा है. पिछले साल मार्च की बात करें तो पाकिस्तान में महंगाई दर 12.72 फीसदी थी जो अब अब बढ़कर 35.37 फीसदी पहुंच गई है। ऐसे में केवल एक साल के भीतर देश में महंगाई में करीब 3 गुना तक का इजाफा दर्ज किया गया है।
आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में बुनियादी जरूरत की हर चीज महंगी हो गई है। देश में ट्रांसपोर्टेशन 54.94 फीसदी तक महंगा हो गया है। वहीं देश में खाने पीने की चीजों की कीमतों में 47.15 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। वहीं कपड़े और जूतों की कीमतें 21.93 फीसदी और घर, पानी और बिजली जैसी बुनियादी चीजों की कीमतों में 17.49 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। गौरतलब है कि शुक्रवार को जारी किए गए आर्थिक अपडेट और आउटलुक में यह कहा गया है कि आने वाले दिनों में महंगाई और बढ़ सकती है।