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उत्तर प्रदेश

असद एनकाउंटर: किसी को लगा गाड़ी का टायर फटा, कोई घबराकर खेत में लेट गया   

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झाँसी। प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में अतीक अहमद के बेटे असद का कल बृहस्पतिवार को सटीक लोकेशन मिलने के बाद यूपी एसटीएफ ने झांसी में घेरकर मुठभेड़ में मार गिराया।

जब असद का एनकाउंटर हुआ तो कुछ लोग मौके पर मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि उन लोगों ने क्या देखा और जब तक एनकाउंटर चला उनका क्या हाल रहा।

गोली की आवाज सुनकर लगा टायर फटा

घटनास्थल के पास पारीछा गांव के रामचरन बकरियां चरा रहे थे। बकरियां आसपास चर रहीं थीं और वे पेड़ के नीचे लेटे हुए थे। इसी दरम्यान उन्हें एक गोली चलने की आवाज आई। रामचरन ने बताया कि पहले उन्हें लगा कि किसी गाड़ी का टायर फटा है।

इसके बाद एक के बाद एक आवाज आने लगी। इससे वे घबरा गए और अपनी बकरियों को समेटकर गांव जाने लगे लेकिन, तभी पुलिस की दो गाड़ियां आती नजर आईं। इस पर वह रुक गए। कुछ देर बाद घटनास्थल पर पहुंचे। नहर के पास दो लोग लहूलुहान पड़े हुए थे। तब जाकर उन्हें पता चला कि पुलिस ने यहां एनकाउंटर किया है।

तड़तड़ाहट सुनते ही खेत में लेट गए थे गंभीर

घटनास्थल पर मौजूद गंभीर सिंह ने बताया कि पास में ही उनका खेत है, जिस पर वह खेतीबाड़ी का काम कर रहे थे। अचानक गोलियों की आवाज आने लगी। इस पर उन्हें लगा कि बदमाश किसी घटना को अंजाम दे रहे हैं। इससे घबराकर वे खेत में ही लेटकर छुप गए थे।

काफी देर तक वह इसी तरह छुपे रहे। लेकिन, जब पुलिस की आवाजाही शुरू हुई तो वे भी खेत से बाहर आ गए। आगे बढ़कर देखा तो वहां दो लाशें खून से लथपथ पड़ी हुईं थीं। कई पुलिस वाले सादा लिबास में थे। वे अपने हाथों में हथियार थामे हुए थे। किसी को लाशों के पास तक जाने नहीं दिया जा रहा था।

हत्याकांड के अब तक चार बदमाश हो चुके ढेर

उमेश पाल हत्याकांड में असद एवं गुलाम के मुठभेड़ में मारे जाने के साथ ही इस मामले में वांछित आठ बदमाशों में चार मारे जा चुके। एसटीएफ ने सबसे पहले 27 फरवरी को अरबाज को मार गिराया। अरबाज ही क्रेटा कार चलाते हुए उमेश के घर तक बदमाशों को लेकर पहुंचा था। इसके बाद 6 मार्च को विजय चौधरी उर्फ उस्मान को मार गिराया। उस्मान ने ही उमेश के ऊपर पहली गोली चलाई थी।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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