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उत्तर प्रदेश

मुख्तार अंसारी की 200 करोड़ की संपत्तियां होंगी कुर्क, करीबी ने उगले कई राज

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Mukhtar Ansari

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गाजीपुर। उप्र की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। आयकर विभाग की पूछताछ में उसके करीबी गणेशदत्त मिश्रा ने कई राज उगले हैं। जनपद और प्रदेश ही नहीं, अन्य प्रांतों में माफिया की करीब 200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों का पता चला है।

विभाग मुख्तार और उसके गैंग के लोगों के खिलाफ जमीन की कुर्की की कार्रवाई ‘पैंथर” नामक आपरेशन का हिस्सा है। सूत्रों के अनुसार उप्र के अलावा पंजाब, दिल्ली में भी मुख्तार की करीब 50 बेनामी संपत्तियों में से ज्यादातर गणेशदत्त मिश्रा के नाम से हैं, लेकिन पैसा मुख्तार का लगा है। जांच में इन संपत्तियों के लेन-देन में भी फर्जीवाड़ा पाया गया है। अब तक इनके बारे में पुलिस को पता नहीं था। यह सभी बेनामी संपत्तियां मुख्तार ने अपने गिरोह के किसी न किसी सदस्य के नाम ले रखी हैं।

गाजीपुर में 20 करोड़ की संपत्ति कुर्क

बता दें कि बीते 20 जून को शहर कोतवाली पुलिस गणेशदत्त मिश्रा को गिरफ्तार कर लखनऊ ले गई और आयकर विभाग को सौंप दिया था। मुख्तार अंसारी के रियल एस्टेट का कारोबार गणेशदत्त मिश्रा ही देखता था। जिले में अब तक उसकी 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।

मुख्तार पर विभिन्न राज्यों में 61 आपराधिक मामले हैं, जिनमें से छह में दोषी ठहराया जा चुका है। छह दिसंबर 2020 को गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस ने गणेश के चार मंजिला भवन को ध्वस्त कर दिया था।

12 अक्टूबर 2022 रजदेपुर देहाती में तीन व कपूरपुर मौजा में एक संपत्ति को कुर्क किया था, जिसकी कीमत 14.20 करोड़ रुपये थी। 11 मई को लखनऊ से पहुंची इनकम टैक्स की टीम ने कपूरपुर में गणेशदत्त की दो संपत्ति को कुर्क किया था।

इसी मामले में इनकम टैक्स टीम ने गणेशदत्त को कई बार नोटिस जारी किया था। इस बेनामी संपत्ति के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया, उसका भी गणेश ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद गैर जमानती वारंट (NBW) जारी होने पर शहर कोतवाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

उत्तर प्रदेश

आमजन को शीतलहर से बचाने में जुटी योगी सरकार, जनपदों को आवंटित किए 20 करोड़

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लखनऊ| योगी सरकार ने ठंड को देखते हुए प्रदेशवासियों को शीतलहर से बचाने के लिए कंबल और अलावा के लिए विभिन्न जिलों को पहली किस्त जारी कर दी है। योगी सरकार ने करीब 20 करोड़ आवंटित करते हुए निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को राहत देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जरुरतमंदों को वितरित किये जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता उच्च क्वालिटी की होनी चाहिए। साथ ही सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निराश्रित व्यक्तियों, शरणार्थियों और प्रभावितों के अस्थायी आवास, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। राहत विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को धनराशि आवंटित कर दी है। जिलाधिकारियों द्वारा कंबल और अलाव के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।

गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर के लिए सबसे ज्यादा धनराशि आवंटित

राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर कमजोर वर्ग के साथ हमेशा खड़े रहते हैं। योगी सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलायी जा रही हैं। सरकार कमजोर, असहाय वर्ग के लोगों को आपदा से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। ठंड की शुरुआत के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शीतलहरी से निपटने के लिए 351 तहसील को कंबल के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये आवंटितक किए गए हैं। वहीं अलाव के लिए एक करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किए गए। विभाग ने पहली किस्त के रूप में कुल उन्नीस करोड़ तीस लाख पचास हजार रुपये आवंटित किये हैं। इसमें 38 लाख 50 हजार रुपये की सर्वाधिक धनराशि गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के लिए आवंटित की गई है। सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को ठंड से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतलहरी से निपटने के लिए जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिये हैं। शीतलहरी से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। सभी नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम एवं ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर आवश्यकतानुसार अलाव जलाने को कहा गया है। इसके अलावा हर शहर की सीमा के तहत मुख्य मार्गों एवं विशेषकर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सफेद थर्मोप्लास्टिक पेंट द्वारा पट्टियों को दर्शाने, रिफलेक्टर, सोलरकैट साईन एवं डेलिवेटर लगाने का काम समय से पूरा करने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण दुर्घटना न हो। इसके अलावा अभियान चलाकर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कृषि कार्यों में उपयोग में आने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों के पीछे रेडियम की पीली पट्टी लगवाने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर नियत्रंण किया जा सके। शासन ने निर्देश दिया है कि सभी नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में समय रहते रैन बसेरे एवं शेल्टर होम आदि की स्थापना कर ली जाए। रैन बसेरों-शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाया जाए। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में औचक निरीक्षण भी किया जाए।

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