Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

आज फिर भाजपा के हो जाएंगे दारा सिंह चौहान, बन सकते हैं योगी सरकार में मंत्री

Published

on

Dara Singh Chauhan

Loading

लखनऊ। 2024 लोकसभा चुनाव में अभी भले ही एक साल बाकी हैं पर उप्र की सियासत दिलचस्‍प होनी शुरू हो गई है। एक दिन पहले सुभासपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एनडीए का दामन दोबारा थामा था। इसी क्रम में आज उप्र के बड़े ओबीसी नेता दारा सिंह चौहान एक बार फिर भाजपा का दामन थामने जा रहे हैं। उन्होंने कल दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात की थी।

2022 विधानसभा चुनाव से पहले सपा में चले गए दारा सिंह चौहान ने दो दिन पहले घोसी विधानसभा से इस्‍तीफा दे दिया था। नई दिल्‍ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद उन्‍होंने यह फैसला किया। आज वह बीजेपी दफ्तर में आयोजित एक कार्यक्रम में पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण कर लेंगे। माना जा रहा है कि योगी मंत्रिमंडल के पहले विस्‍तार में चौहान कैबिनेट मंत्री की शपथ ले सकते हैं।

लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए ने अपना कुनबा बढ़ाने का प्रयास शुरू कर दिया है। इसके तहत पहले ओपी राजभर और अब दारा सिंह चौहान को बीजेपी ने अपने पाले में कर लिया है। यूपी के ओबीसी वोटों पर इन दोनों नेताओं का बड़ा प्रभाव माना जाता है।

बता दें कि पिछले साल विधानसभा चुनाव से ऐन पहले दारा सिंह चौहान, स्‍वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी ने बीजेपी छोड़ सपा जॉइन कर ली थी। करीब डेढ़ साल बाद ही चौहान का मन सपा से भर गया और वह वापस अपनी पुरानी पार्टी में लौट आए हैं।

चौहान की बेटी की शादी में नहीं पहुंचे थे अखिलेश

बताया गया कि चौहान को जितनी उम्‍मीद थी, सपा में उनको उतना महत्‍व नहीं मिला। इसको लेकर वह काफी दिनों से नाराज चल रहे थे। चौहान के निजी कार्यक्रमों तक से सपा के प्रमुख नेताओं ने दूरी बना ली थी। इसी वर्ष फरवरी में उनकी बेटी की शादी थी। इसमें सपा मुखिया अखिलेश यादव नहीं पहुंचे।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending