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उत्तर प्रदेश

उप्र: UPPCL द्वारा संचालित टोल फ्री नंबर पर 6 साल में 99.78 प्रतिशत शिकायतों का हुआ निस्तारण

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जन समस्याओं व शिकायतों के निस्तारण को लेकर बेहद गंभीर है। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ने शिकायतों के निस्तारण के मामले में मिसाल पेश की है। यूपीपीसीएल द्वारा संचालित टोल फ्री नंबर 1912 पर विद्युत आपूर्ति संबंधी लोगों की शिकायतों का निस्तारण त्वरित व संतोषजनक तरीके से किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि 12 अप्रैल 2017 से 12 जुलाई 2023 तक 6 वर्षों में सभी डिस्कॉम्स में अब तक कुल मिलाकर 15014597 शिकायतें दर्ज कराई गई थीं जिसमें से 14982965 का निस्तारण हो चुका है जबकि 31362 लंबित हैं। इस प्रकार कुल 99.78 प्रतिशत शिकायतों का निपटारा 6 वर्षों में किया जा चुका है।

वहीं, अगर इस वर्ष की बात की जाए तो कुल 5864061 शिकायतें 12 जुलाई तक दर्ज की गई थीं। इनमें से 5835249 का निपटारा किया जा चुका है, जबकि 28812 समस्याएं ही लंबित है। कुल मिलाकर साल 2022-2023 के बीच 99.50 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है जो कि 1912 की सार्थकता और उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड की कार्य कुशलता को प्रदर्शित करता है।

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम में दर्ज हुईं सर्वाधिक शिकायतें

पिछले 6 वर्षों में सभी डिस्कॉम्स में से सबसे ज्यादा शिकायतें मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में दर्ज की गई हैं। कुल 67.32 लाख शिकायतें पिछलें 6 वर्षों में इस डिस्कॉम में दर्ज की गईं। जबकि, इनमें से 6718397 का निस्तारण हो चुका है और केवल 14398 शिकायतें लंबित हैं। इस तरह, 99.78 प्रतिशत शिकायतों के निस्तारण की दर मध्यांचल डिस्कॉम में कुल मिलाकर रही। अगर पिछले एक वर्ष में बात करें तो कुल 25.74 लाख शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें से 25.61 लाख शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है जबकि 13352 मामले लंबित हैं। कुल मिलाकर, शिकायतों के निस्तारण की दर 99.48 प्रतिशत रही।

एबी केबल बिछाने व निजी नलकूपों को उर्जीकृत करने पर जोर

पिछले 6 वर्षों में दक्षिणांचल में 23.48 लाख में से 23.44 लाख, पूर्वांचल में 21.91 लाख में से 21.83 लाख, पश्चिमांचल में 37.15 लाख में से 37.11 लाख व केस्को में 25776 में से 25623 का निपटारा किया जा चुका है। वहीं पिछले एक वर्ष में दक्षिणांचल में 10.54 लाख में से 10.50, मध्यांचल में 25.74 लाख में से 25.61 लाख, पूर्वांचल में 8.76 लाख में से 8.59 लाख वहीं पश्चिमांचल डिस्कॉम में 13.41 लाख में से 13.38 लाख शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है। केस्को में 25776 शिकायतों में से 25645 का निस्तारण हो चुका है।

जबकि सभी डिस्कॉम्स को मिलाकर कुल 28812 केस लंबित हैं। दूसरी ओर, पिछले एक साल में उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने 17804 किमी तक एरियल बंडल्ड केबल्स (एबी केबल) को बिछाने में सफलता हासिल की है। वहीं, पोर्टल की शुरुआत से अब तक प्रदेश में कुल 1.55 लाख निजी नलकूपों को उर्जीकृत किया गया है। जबकि, एक अप्रैल 2022 से 13 जुलाई 2023 तक कुल मिलाकर 78931 निजी नलकूपों को उर्जीकृत करने में उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने सफलता हासिल की है।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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