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उत्तर प्रदेश

पीलीभीत में दर्दनाक हादसा, बस से भिड़ी कार; तीन महिलाओं समेत चार की मौत

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Horrific road accident in Varanasi

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पीलीभीत। उप्र के पीलीभीत में दर्दनाक सड़क हादसा होने की खबर है। यहां पीलीभीत-बस्ती मार्ग पर थाना जिले के थाना सेरामऊ उत्तरी क्षेत्र में रविवार की तड़के एक बड़ा हादसा हो गया। आल्टो कार हाईवे पर खड़ी मुर्गी वाली गाड़ी से टकरा गई। हादसे में तीन महिलाओं सहित चार की मौके पर ही मृत्यु हो गई। दो की हालत गंभीर होने पर पीलीभीत रेफर कर दिया गया।

हादसा शाहजहांपुर बार्डर के करीब गढ़वाखेड़ा चौकी से तीन किमी. दूर जंगल के पास हुआ। लखनऊ के मुहल्ला खदरा निवासी अब्दुल्ला शनिवार की रात पत्नी सइमा राहत चचेरी बहन बुतूल व मरियम और चचेरे भाई मोहम्मद अमीन व 6 माह की बेटी अभिहा के साथ पिकनिक स्पाट पर जा रहे थे। अचानक उनकी कार मुर्गी वाली गाड़ी से टकरा गई।

हादसे में अब्दुल्ला, उनकी पत्नी सइमा राहत, बुतुल और मरियम की मौके पर ही मृत्यु हो गई। अमीन और अबिहा गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर इंस्पेक्टर थाना सेहरामऊ उत्तरी टीम के साथ पहुंच गए। बमुश्किल गाड़ी से सभी के शव बाहर निकल गया। गंभीर रूप से घायल युवक और मासूम को पुलिस पीलीभीत ले गई जहां उनका उपचार किया जा रहा है।

चारों के शव मोर्चरी भिजवा दिए गए हैं। कार्रवाई के अब्दुल्ला के चाचा नसीब की तरफ से पुलिस को तैयारी दी गई। पुलिस क्षेत्राधिकार आलोक सिंह ने बताया कि हादसे में चार लोगों की मृत्यु हुई है। शव मोर्चरी भिजवा दिए गए हैं। वाहनों को कब्जे में ले लिया गया है। प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।

बस के पीछे से टकराई दूसरी बस

जिस जगह कार से हादसा हुआ वहां खुटार की तरफ जा रही एक बस को चालक ने देखने के लिए रोक दिया। इसी बीच पीछे से आ रही दूसरी बस के चालक ने जबरदस्त टक्कर मार दी। इससे बस के पास क्षतिग्रस्त हो गई। मामूली रूप से कई सवारियां चोटें आई। पुलिस ने दोनों बसों को कब्जे में लिया है।

मृतकों की सूची

1- अब्दुल्ला

2-साइमा राहत

3-बुतुल

4-मरियम

घायल

1-अमीन

2-अविहा

 

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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