Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू यादव को बड़ा झटका,  CBI को मिली केस चलाने की अनुमति

Published

on

Big blow to Lalu Yadav in land-for-jobs case

Loading

नई दिल्ली। राजद सुप्रीमो लालू यादव को बड़ा झटका लगा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने CBI को राजद अध्यक्ष के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दे दी है। सीबीआई ने दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट को सूचित किया कि पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ जमीन के बदले नौकरी घोटाला (Land for Job Scam Case) मामले में एक ताजा आरोप पत्र के संबंध में गृह मंत्रालय से मंजूरी प्राप्त कर ली गई है।

मामले की सुनवाई 21 सितंबर को सूचीबद्ध

सीबीआई ने बताया है कि हालांकि, उसे 3 रेलवे अधिकारियों के खिलाफ मंजूरी अभी तक नहीं मिली है। सीबीआई ने कहा कि बाकी की मंजूरी एक हफ्ते के भीतर मिलने की उम्मीद है। वहीं, मामले को 21 सितंबर को आगे की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

लालू पर क्या हैं आरोप

लालू प्रसाद पर आरोप है कि 2004 से 2009 के बीच जब वह रेलमंत्री थे, तब उन्होंने रेलवे के ग्रुप डी में नौकरी देने के एवज में परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन ट्रांसफर कराकर आर्थिक लाभ उठाया। इसके एवज में रेलवे के अलग-अलग जोन के अंतर्गत मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में लोगों को नौकरी दी गई।

इस केस में आरोप यह भी है कि इन नौकरियों के बहालियों के लिए कोई भी विज्ञापन या पब्लिक नोटिस नहीं जारी किया गया। इस मामले में पिछले साल 18 मई को लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, मीसा भारती सहित 17 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी की गई थी।

नेशनल

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को आया हार्ट अटैक और कई अंगों के फेल हो जाने का खतरा

Published

on

Loading

पंजाब। पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन सोमवार को 28वें दिन भी जारी है जबकि डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत ‘‘गंभीर है।’’ खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल पर उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने फिर से कहा कि डल्लेवाल को हृदयाघात (हार्ट अटैक) और कई अंगों के फेल हो जाने का खतरा है।

26 नवंबर से आमरण अनशन पर बैठें हैं डल्लेवाल

70 वर्षीय डल्लेवाल आंदोलनरत किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर 26 नवंबर से आमरण अनशन पर बैठे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि डॉक्टरों की सलाह के बाद वरिष्ठ किसान नेता रविवार को मंच पर नहीं आए। बयान में कहा गया कि 27 दिनों से लगातार भूख हड़ताल करने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो गई है, जिससे उन्हें इंफेक्शन का खतरा है।

डल्लेवाल को ICU में भर्ती करने की जरूरत- डॉक्टर

डल्लेवाल की जांच करने वाले एक डॉक्टर ने खनौरी बॉर्डर पर संवाददाताओं को बताया, ‘‘उनके हाथ-पैर ठंडे थे। भूख से उनके तंत्रिका तंत्र, यकृत और गुर्दे जैसे महत्वपूर्ण अंगों पर प्रभाव पड़ रहा है। उनका रक्तचाप भी घट-बढ़ रहा है, कभी-कभी बहुत तेजी से गिर जाता है, जो चिंता का विषय है।” डॉक्टर ‘5 रीवर्स हार्ट एसोसिएशन’ नामक एक गैर सरकारी संगठन के डॉक्टरों की टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वह सही से बातों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं।

पूर्व CM चन्नी ने धरना स्थल पर पहुंच कर की मुलाकात

बयान में कहा गया कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार शाम को धरना स्थल पर पहुंच कर डल्लेवाल से मुलाकात की। इसमें कहा गया है, ‘‘कल शाम कृषि संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चन्नी ने डल्लेवाल से मुलाकात की।’’ चन्नी ने कहा कि डल्लेवाल निःस्वार्थ भाव से देश के किसानों के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।

 

 

 

Continue Reading

Trending