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उत्तर प्रदेश

कांग्रेस नेता और पूर्व MLC दीपक सिंह पर FIR, स्मृति ईरानी को बताया था पाकिस्तानी

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FIR against Congress leader and former MLC Deepak Singh, who told Smriti Irani to be Pakistani

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अमेठी। केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री व अमेठी से भाजपा की सांसद स्मृति ईरानी को पाकिस्‍तानी बताने के मामले में कांग्रेस नेता और पूर्व MLC दीपक सिंह पर FIR दर्ज की गई है। मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल में पथरी के आपरेशन के बाद चिकित्सकों की लापरवाही से रामशाहपुर निवासी विवाहिता दिव्या शुक्ला की मौत हो गई थी।

मामले में पति अनुज शुक्ल ने चिकित्सक व अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। जांच में लापरवाही उजागर होने के बाद सीएमओ ने 18 सितंबर को अस्पताल सील कर दिया था। सोमवार से CMO कार्यालय पर अमेठी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले पूर्व MLC एवं कांग्रेस नेता दीपक सिंह की अगुआई में अस्पताल की सेवाएं बहाल करने की मांग को लेकर सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया गया था।

सत्याग्रह के दौरान पूर्व MLC का एक कथित वीडियो प्रसारित हो रहा है। जिसमें एक चैनल के द्वारा पूर्व MLC से मृतका के दुधमुंहे बच्चे की देखभाल को लेकर प्रश्न किया गया। जवाब में पूर्व MLC ने कहा कि बच्चा अमेठी परिवार का हिस्सा है। किसी ईरानी पाकिस्तानी से उसका कोई मतलब नही है।

इसी बयान से आहत होकर भाजपा जिला महामंत्री केशव प्रसाद सिंह ने कहा कि सांसद एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर इस तरह की आपत्तिजनक बयान देने से पार्टी कार्यकर्ताओं व मतदाताओं में रोष है। महामंत्री की तहरीर पर पुलिस ने NCR दर्ज की है। प्रभारी निरीक्षक अमर सिंह ने FIR दर्ज होने की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है।

दीपक ने एक्स पर लगाई पोस्ट

FIR दर्ज होने के बाद गुरुवार को पूर्व MLC दीपक सिंह ने अपने एक्स प्लेटफार्म पर सदन का वीडियो साझा करते हुए लिखा है कि जब हमारे देश के सबसे बड़े राज्य की सरकार मेरी आवाज दबा नही पाई, तो किसी पाकिस्तानी और ईरानी की क्या औकात। इस पोस्ट के बाद अमेठी की सियासी जंग सोशल मीडिया पर दोबारा छिड़ गई है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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