Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

इजरायल पर हमला दुनिया के लिए सबक- हमास की तारीफ कर बोला हिजबुल्ला  

Published

on

Attack on Israel is a lesson for the world - Hezbollah praised Hamas

Loading

तेल अवीव। इजरायल और हमास के बीच जंग चल रही है। हमास ने कल शनिवार को अचानक इजरायल पर हमला बोल दिया। हमास के इस हमले का लेबनान के शिया राजनीतिक व अर्द्धसैनिक संगठन हिजबुल्ला ने समर्थन करते हुए इसे एक वीरतापूर्ण ऑपरेशन बताया।

हमले का महिमामंडन करते हुए हिजबुल्ला ने कहा कि यह हमला इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की मांग करने वाले अरब देशों के लिए एक संदेश है। हिजबुल्ला ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर बनाए हैं और इस हमास नेतृत्व के साथ संपर्क में हैं।

हिजबुल्ला ने यह भी कहा कि हमास का ऑपरेशन अरब और मुस्लिम दुनिया समेत पूरे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय खासकर वह लोग जो इजरायल से सामान्य संबंधों की वकालत करते हैं उनके लिए सबक है।

इजरायल पर यह हमला एक ऐसे समय में हुआ है, जब सऊदी अरब और अमेरिका सैन्य समझौता करने वाले थे। इसके बदले में इजरायल के साथ सऊदी अरब संबंधों को सामान्य करता। सऊदी ने कहा था कि अगर इजरायल फिलिस्तीनियों को रियायत नहीं देता तो कोई समझौता नहीं होगा।

सऊदी-अमेरिका के बीच होगी डील?

इजरायल और सऊदी अरब लंबे समय से विरोधी हैं, लेकिन अमेरिका अब इन दोनों के संबंधों को सुधारना चाहता है। अगर यह डील हो जाती है तो अरब देशों में एक बड़ा बदलाव आएगा। बाइडेन के लिए यह 2024 के चुनाव से पहले एक बड़ी डिप्लोमैटिक जीत होगी। फिलिस्तीनियों को कुछ इजरायली प्रतिबंधों से ढील मिल सकती है, लेकिन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यह फिलिस्तीन के एक देश की मांग को कमजोर करेगा। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सऊदी फिलिस्तीन से ज्यादा अपना फायदा देख रहा है।

इजरायल ने किया युद्ध का ऐलान

हमास के हमले के बाद इजरायल ने युद्ध की घोषणा कर दी है। इजरायल ने कहा है कि हम इस समय युद्ध में हैं। हिजबुल्ला ने हमला करने वाले लोगों को बधाई दी। इससे पहले इजरायल 2006 में हिजबुल्ला के साथ युद्ध में उतरा था। तब 34 दिन का युद्ध चला था। 1200 से ज्यादा लोग लेबनान में मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे। वहीं इजरायल में 160 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर सैनिक थे। हिजबुल्ला ने एक बयान में कहा कि हमास का हमला वर्षों से इजरायल के अपराधों का परिणाम है।

क्या है लेबनान का हिजबुल्ला?

हिज़्बुल्ला लेबनान का एक शिया राजनीतिक और अर्द्धसैनिक संगठन है। हिजबुल्ला लेबनान के नागरिक युद्ध के दौरान स्थापित किया गया था। हिजबुल्ला के नेता हसन नसरूल्लाह है। 1982 में इजराइल ने जब दक्षिणी लेबनान पर आक्रमण किया था तब हिज़्बुल्ला संगठन अस्तित्व में आया था (आधिकारिक रूप से 1985 में) । इस संगठन को ईरान और सीरिया का समर्थन प्राप्त था।

हिजबुल्ला की स्थापना 1982 के लेबनान युद्ध के बाद नजफ़ में अध्ययन करने वाले लेबनानी मौलवियों द्वारा की गई थी। इसने 1979 में ईरानी क्रांति के बाद अयातुल्ला खुमैनी द्वारा निर्धारित मॉडल को अपनाया और पार्टी के संस्थापकों ने खुमैनी द्वारा चुने गए नाम के रूप में “हिजबुल्ला” को अपनाया।

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

Continue Reading

Trending