अन्तर्राष्ट्रीय
विवाद को शांतिपूर्वक तरीके से नहीं सुलझा पा रहा UNSC: रुचिरा कंबोज ने पाकिस्तान को लगाई लताड़
न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में इस दौरान ओपन डिबेट संवाद के माध्यम से शांति कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसमें विवादों की रोकथाम और शांतिपूर्ण समाधान के लिए क्षेत्रीय, उपक्षेत्रीय और द्विपक्षीय व्यवस्थाओं के योगदान पर चर्चा हो रही है। इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने भी अपनी बात रखते हुए पाकिस्तान पर जमकर हमला किया। कहा कि संयुक्त राष्ट्र कोई भी विवाद शांतिपूर्वक सुलझा नहीं पा रहा है।
पाकिस्तान कर रहा दुरुपयोग
भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा, ‘मैं यह कहने के लिए बाध्य हूं कि पाकिस्तान एक बार फिर सुरक्षा परिषद के अगस्त फोरम का दुरुपयोग करने पर उतर आया है। उनकी टिप्पणियां निराधार हैं और इसलिए उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग हैं।’
दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही
रुचिरा कंबोज ने कहा कि दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है। हमारे लिए बहुपक्षीय संस्थानों में विश्वास का पुनर्निर्माण कैसे किया जाए, इस पर ईमानदार बातचीत करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर किसी भी विवाद को बातचीत के माध्यम से हल करने का आह्वान करता है। हमने पहले भी कई उदाहरण देखे हैं, जहां द्विपक्षीय चर्चाएं अधिक प्रभावी रही हैं।
कंबोज ने कहा कि बातचीत से किसी भी समाधान का हल खोजा जा सकता है। हम संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय व उप-क्षेत्रीय संगठनों का समर्थन करते हैं। शांति लाने के लिए इन संगठनों को क्षेत्रीय ताकतों के साथ सक्रिय रूप से संपर्क करने के लिए पुर्नविन्यास करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा संभावित क्षेत्रीय साझेदारों के साथ-साथ राज्यों की क्षमताओं का निर्माण करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। हमें संसाधनों और अच्छी तरह से परिभाषित जनादेशों के साथ अफ्रीकी नेतृत्व वाले शांति अभियानों का समर्थन करने की भी आवश्यकता है।
संयुक्त राष्ट्र की मुख्य निकाय को बनाया अप्रभावी
रुचिरा कंबोज ने कहा, ‘इनमें से कोई भी बात मायने नहीं रखती अगर हम कहते कि हम संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने में असमर्थ हैं क्योंकि इसकी मुख्य निकाय को ही अप्रभावी बना दिया गया है।’
उन्होंने कहा, ‘जब तक हम व्यापक सुधार नहीं करते और इस परिषद को व्यवस्थित नहीं करते, हमें विश्वसनीयता के निरंतर संकट का सामना करना पड़ता रहेगा। इसलिए सुधार करने की आवश्यकता है। भारत का मानना है कि विश्वास के बिना एकजुटता नहीं हो सकती।’
कंबोज ने कहा, ‘ग्लोबल साउथ के अधिकांश देश हमारे इस विश्वास से सहमत हैं कि संयुक्त राष्ट्र में सुधार अब क्यों का सवाल नहीं है, बल्कि कब और कितनी जल्दी का सवाल है। अगले वर्ष भविष्य के शिखर सम्मेलन द्वारा प्रदान किया गया अवसर हमें एक सुधारित बहुपक्षवाद की दिशा में बदलाव की ओर ले जाना चाहिए, जिसमें सुरक्षा परिषद की सदस्यता की दोनों श्रेणियों में विस्तार भी शामिल है।’
अन्तर्राष्ट्रीय
नाइजीरिया में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, लोगों ने लगाए ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में रविवार सुबह नाइजीरिया पहुंचे। नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। अबुजा हवाई अड्डे पर बड़ी तादाद में भारतीय समुदाय के लोग पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। लोगों ने इस मौके पर ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारा लगाए।
बता दें कि 17 सालों में इस पश्चिमी अफ्रीकी देश में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा है। पीएम मोदी के अबुजा पहुंचने पर संघीय राजधानी क्षेत्र के मंत्री न्येसोम एजेनवो वाइक ने उनका जोरदार स्वागत किया। साथ ही प्रतीकात्मक रूप से अबुजा के शहर की चाभी भेंट की।
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपति टीनूबू के उस पोस्ट का जवाब दिया जिसमें लिखा था, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाइजीरिया की पहली यात्रा पर उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं, जो 2007 के बाद से किसी भारतीय प्रधान मंत्री की हमारे प्रिय देश की पहली यात्रा भी है। हमारी द्विपक्षीय चर्चाओं में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। पीएम मोदी नाइजीरिया में आपका स्वागत है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए पोस्ट में लिखा, ‘धन्यवाद, राष्ट्रपति टीनूबू। कुछ समय पहले नाइजीरिया में लैंड किया। गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभारी हूं। यह यात्रा हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय मित्रता को और गहरा करेगी।’
रक्षा क्षेत्र में भारत के साथ व्यापार करना चाहता है नाइजीरिया
पीएम मोदी के इस यात्रा के दौरान के भारत और नाइजीरिया के बीच स्थापित रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। रक्षा क्षेत्र को लेकर भी दोनों देशों के बीच विस्तृत चर्चा होने की उम्मीद है। नाइजीरिया छोटे हथियारों, गोला-बारूद और बख्तरबंद वाहनों जैसे क्षेत्रों में साझेदारी के लिए भारत की तरफ काफी उत्सुक है।
आर्थिक दृष्टिकोण से सबसे संपन्न अफ्रीकी देशों में से एक नाइजीरिया और भारत के मधुर रिश्तों में आने वाले दिनों में गर्माहट और तेज होने के आसार है। खासतौर पर दोनों देशों के बीच आर्थिक व सैन्य सहयोग के नए युग की शुरुआत होने के संकेत है।
इन देशों की यात्रा पर रहेंगे पीएम मोदी
बता दें कि पीएम मोदी की पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्र की यह पहली यात्रा है। इसके अलावा वह ब्राजील और गुयाना की यात्रा पर रहेंगे। नाइजीरिया के बाद प्रधानमंत्री ब्राजील के लिए रवाना होंगे। दरअसल, पीएम मोदी ब्राजील में ट्रोइका सदस्य के तौर पर 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। फिर पीएम मोदी 18 और 19 नवंबर को रियो डी जेनेरियो में होने वाले शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भाग लेंगे। बताते चलें कि ब्राजील और दक्षित अफ्रीका के साथ भारत भी जी20 ट्रोइका का हिस्सा है।
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