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ODI WC 2023

पाकिस्तानी क्रिकेटरों को 5 महीने से नहीं मिली सैलरी, ‘भूखे’ प्लेयर कैसे करेंगे परफॉर्म?

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Pakistani cricketers have not received salary for 5 months

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इस्लामाबाद।  भारत में एक कहावत आम है कि ‘भूखे भजन न होंहि गोपाला’ यानि खाली पेट भगवान का भजन भी नहीं होता। विश्व कप खेल रहे पाकिस्तानी क्रिकेटरों का यही हाल है।  पाकिस्तान के आर्थिक हालात कितने बदतर हो चुके हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विश्व कप खेल रहे उनके क्रिकेटरों को 5 महीने से सैलरी नहीं मिली है। जी हां, यह हम नहीं कह रहे हैं यह दावा किया है पाकिस्तान के ही पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ ने।

राशिद लतीफ ने PCB (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) और वर्तमान कप्तान बाबर आज़म के बीच मनमुटाव होने का दावा करते हुए कहा है कि PCB के चेयरमैन अशरफ न तो कप्तान बाबर आज़म का फोन उठा रहे हैं और न ही उनके मैसेज का जवाब दे रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों को पिछले 5 महीने से वेतन भी नहीं मिला है।

राशिद लतीफ ने यह आरोप PTV पर दिए गए इंटरव्यू के दौरान लगाए हैं। पाकिस्तानी मीडिया में उनका यह इंटरव्यू शुक्रवार 27 अक्टूबर 2023 को वायरल हुआ है।

पाकिस्तानी खेल पत्रकार कादिर ख्वाजा ने इस इंटरव्यू में से 2 मिनट 7 सेकेंड के मुख अंश अपने X हैंडल पर शेयर किए हैं। इंटरव्यू की शुरुआत में ही राशिद लतीफ़ ने बताया कि बाबर आज़म 2 दिनों से चेयरमैन को मैसेज कर रहे हैं लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आ रहा है। चेयरमैन अशरफ के अलावा बाबर आज़म सलमान नासिर और उस्मान को भी मैसेज किया लेकिन उनको कोई जवाब नहीं मिला।

राशिद लतीफ ने बताया कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने एक प्रेसनोट जारी की है। इस प्रेसनोट में बोर्ड ने बताया है कि वो खिलाड़ियों के साथ किए गए अनुबंध की फिर से जाँच कर रहे हैं। राशिद के अनुसार PCB ने फिलहाल चल रहे कॉन्ट्रैक्ट को मानने से इनकार कर दिया है।

राशिद ने आगे कहा पूर्व पाक क्रिकेटर राशिद लतीफ ने यह भी दावा किया है कि इसके अलावा भी कई बातें लोगों की जानकारी में नहीं हैं, जिसे बताने के लिए 1 या 2 घंटे के शो कम पड़ जाएँगे। राशिद लतीफ़ ने बाबर आज़म का बचाव करते हुए कहा कि बिना पूरी जानकारी के सारे आरोप उसी पर लग रहे हैं।

राशिद लतीफ ने दावा किया कि वर्ल्ड कप 2023 के खत्म होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट जगत में और अधिक उथल-पुथल होगी। सितंबर 2023 में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों के साथ अनुबंध किया था। लतीफ के अनुसार अब अपने ही बनाए अनुबंध को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड मानने से इनकार कर रहा है।

बताते चलें कि विश्व कप 2023 में पाकिस्तान की हालत फिलहाल पतली चल रही है। भारत, अफगानिस्तान और अब दक्षिण अफ्रीका से मिली लगातार हार के बाद उसकी राह बेहद मुश्किल हो गई है। पाकिस्तानी समर्थक भी अपनी टीम को जी भर के कोस रहे हैं।

बता दें कि जिन पाकिस्तानी खिलाड़ियों को उनके देश में 5 महीने से सैलरी नहीं मिली है वो भारत में आकर जब वर्ल्ड कप खेल रहे हैं तो प्रोटीन डायट (मांस) की डिमांड कर रहे थे। पाकिस्तानी बल्लेबाज इमाम उल हक की इस बात पर उन्हें लोगों ने लताड़ा भी है।

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असम सीएम ने कहा- इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर खेला गया, इसीलिए भारत फाइनल हार गया

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Assam CM said

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हैदराबाद। गुजरात के अहमदाबाद में खेले गए क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर एक शब्द ट्रेंड हुआ ‘पनौती’। इस शब्द को लेकर राहुल गांधी ने भाषण भी दिया। इस ‘पनौती’ शब्द का उनका इशारा पीएम मोदी की तरफ था। इसे लेकर अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधा।

भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ देते हुए कहा हिमंत ने कहा कि फाइनल इंदिरा गांधी के जन्म वर्षगांठ पर खेला गया और इसीलिए भारत हार गया। तेलंगाना के भाग्यनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए असम सीएम ने कहा कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों के साथ हैं।

हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह BCCI से कहना चाहते हैं कि उसे भविष्य में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन के दिन अंतिम मैच का आयोजन न हो।

हिंदू हूं, दिन देखता हूं

असम सीएम ने कहा, ‘यह भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया था। हम हर मैच जीत रहे थे। फाइनल में हार गए। फिर मैं आया और देखा। वह दिन क्या था? हमने इसे क्यों खो दिया? हम हिंदू हैं और मैं दिन आदि के अनुसार जाता हूं। फिर मैंने देखा कि विश्व कप फाइनल ऐसे दिन खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती भी थी।’

गांधी परिवार के किसी भी शख्स के जन्मदिन पर न हो मैच

हिमंत ने कहा, ‘विश्व कप फाइनल इंदिरा गांधी की जयंती पर आयोजित किया गया था और देश हार गया था। इसलिए, मैं बीसीसीआई को बताना चाहता हूं कि अगर आपके पास विश्व कप फाइनल मैच है, तो एक गणना करें। उस दिन को गांधी परिवार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। अन्यथा, देश हार जाएगा।

उन्होंने सभा को इंटरनेट पर उस दिन के बारे में खोजने के लिए कहा जब अंतिम मैच खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती थी। उन्होंने कहा कि BCCI से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं कि फाइनल गांधी परिवार के किसी भी जन्मदिन पर आयोजित नहीं किया जाना चाहिए। अन्यथा, परेशानी होगी।

राहुल गांधी ने बताया था पीएम को पनौती

असम सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया था। हालांकि, सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उस टिप्पणी का कोई संदर्भ नहीं दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि ‘प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है।’ हालांकि बीजेपी ने राहुल गांधी की टिप्पणी को शर्मनाक और अपमानजनक बताते हुए माफी की मांग की।

अकबरुद्दीन औवैसी की धमकी पर दिया यह जवाब

AIMIM विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी द्वारा एक पुलिस अधिकारी को कथित रूप से धमकी देने के विवाद का जिक्र करते हुए सरमा ने सभा से पूछा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो क्या किसी में पुलिस को गाली देने का साहस होगा। यहां चारमीनार में रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा कि अगर एक बार भाजपा की सरकार बनती है तो तेलंगाना में तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो जाएगी।

कांग्रेस और बीआरएस पर भड़के

हिमंत ने कहा, ‘मुझे आश्चर्य हुआ जब किसी ने मुझे हवाई अड्डे पर यह वीडियो दिखाया। उस वीडियो को देखकर मुझे लगा कि क्या देश में लोकतंत्र चल रहा है या देश में मुगल या रज़ाकार शासन अभी भी चल रहा है।’

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और सत्तारूढ़ बीआरएस समाज के एक वर्ग को खुश करने का काम कर रहे हैं जैसे कि राज्य में अन्य वर्ग मौजूद नहीं हैं। तेलंगाना में सरकार बदलने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बननी चाहिए।

इजराइल और हमास पर क्या बोले असम सीएम

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का जिक्र करते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने पूछा कि क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा हमास के खिलाफ बोलते हैं। उन्होंने दावा किया, ‘उनका डर है कि अगर वे हमास के खिलाफ बोलते हैं, तो देश के अंदर हमास उनसे नाखुश होगा।’

सरमा ने यह भी कहा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो हैदराबाद का नाम आधे घंटे में भाग्यनगर के रूप में बदला जा सकता है, हालांकि अब यह एक कठिन काम लगता है।

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