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उत्तर प्रदेश

अतीक कुनबे को छह करोड़ की एक और चोट देने की तैयारी, बंगाल होटल की तैयार हुई फाइल

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Atiq Ahmad shaista parveen

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प्रयागराज। मरहूम माफिया अतीक अहमद के कुनबे को छह करोड़ की एक और चोट देने की तैयारी है। बंगाल होटल और 200 वर्ग गज प्लॉट की फाइल तैयार हो गई है। अब जल्द ही पुलिस आयुक्त कोर्ट को रिपोर्ट भेजकर इन दोनों संपत्तियों को कुर्क करने की अनुमति मांगी जाएगी।

प्रयागराज के पूरामुफ्ती के गौसपुर कटहुला में 12.42 करोड़ की संपत्ति को कुर्क करने का आदेश जारी कराने के बाद पुलिस की नजर अब अतीक अहमद की दो और संपत्तियों पर है। शाहगंज स्थित बंगाल होटल व 200 वर्ग गज प्लॉट की फाइल तैयार कर ली गई है। अब जल्द ही पुलिस आयुक्त कोर्ट को रिपोर्ट भेजकर इन दोनों संपत्तियों को कुर्क करने की अनुमति मांगी जाएगी।

शाहगंज के मिन्हाजपुर में स्थित बंगाल होटल पर अतीक की हिस्सेदारी का पता पुलिस को पिछले दिनों चला था। जांच की गई तो यह बात सामने आई कि पहले किराये पर होटल चलाने को इसके मालिक से अनुबंध किया गया। इसके बाद अतीक अहमद ने अपने लोगों की मदद से होटल के आधे हिस्से पर कब्जा कर लिया। विरोध पर उसे बेरहमी से पीटा और जान से मारने की धमकी भी दी। बाद में होटल की जमीन को तीन हिस्सों में कराकर बैनामा कराया गया। जिसमें एक हिस्सा अतीक के नाम पर था।

इस मामले में शाहगंज थाने में अतीक समेत अन्य लोगों पर एफआईआर भी हुई। हालांकि कोई कार्रवाई नहीं हुई। 2008 में बसपा सरकार में होटल को कुर्क किया गया था। हालांकि बाद में अतीक ने इसे मुक्त करा लिया और अपने गुर्गों को इसे रहने के लिए दे दिया। इसके अलावा होटल के पीछे काटजू रोड पर शाइस्ता परवीन के मालिकाना हक वाली 200 वर्ग गज जमीन की भी जानकारी पुलिस को मिली। जांच पड़ताल में पता चला कि अतीक ने दबंगई से औने-पौने दाम पर यह जमीन शाइस्ता के नाम खरीदी थी।

सूत्रों का कहना है कि गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज केस में इन दोनों संपत्तियों को भी कुर्क करने की तैयारी की गई है। प्लॉट की कीमत लगभग सवा करोड़ जबकि बंगाल होटल में अतीक के हिस्से की मालियत लगभग पांच करोड़ मानी जा रही है।  ऐसे में छह करोड़ मूल्य की दोनों संपत्तियों को कुर्क करने संबंधी फाइलें तैयार कर ली गई हैं। अब जल्द ही इन्हें पुलिस आयुक्त न्यायालय में भेजा जाएगा। अनुमति मिलते ही इन्हें भी कुर्क किया जाएगा।

टली कार्रवाई, जल्द यह होगी अगली तिथि

उधर गौसपुर कटहुला स्थित 12.42 करोड़ की बेनामी संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई रविवार को नहीं हो सकी। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही अगली तिथि तय होगी। गौरतलब है कि लालापुर निवासी 200 रुपये दिहाड़ी मजदूरी वाले राजमिस्त्री हूबलाल को डरा-धमकाकर अतीक ने 2015 में उसके नाम यह संपत्ति खरीदी थी। एक दिन पहले ही पुलिस आयुक्त कोर्ट ने इसे गैंगस्टर के तहत कुर्क करने का आदेश जारी किया है।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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