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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार का निर्देश, सर्दी से बचाने के लिए बेसहारा वृद्धजनों को वृद्धाश्रमों तक पहुँचाने में करें मदद

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CM Yogi

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लखनऊ। प्रदेश भर में शीतलहर को देखते हुए योगी सरकार निराश्रित वृद्धजनों का सहारा बन रही है। सरकार की ओर से इस सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अभियान चला कर निराश्रित वृद्धजनों को वृद्धाश्रमों तक पहुंचाएं, ताकि शीतलहर से निराश्रित वृद्धजनों को बचाया जा सके। यही नहीं, आम नागरिक भी निराश्रित वृद्धजनों की सूचना एल्डर लाइन 14567 अथना पुलिस विभाग की आपात सेवा यूपी-112 पर दे कर सहायता कर सकते हैं।

मंत्री ने डीजीपी को पत्र लिख कर माँगा पुलिस विभाग का सहयोग

समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) असीम अरुण ने डीजीपी को पत्र लिख कर निराश्रित वृद्धजनों के सर्वेक्षण और उनको ससम्मान वृद्धाश्रमों तक पहुंचाने में सहयोग मांगा है। प्रदेश भर में जिला समाज कल्याण अधिकारी अपने जनपद के पुलिस अधीक्षक/पुलिस आयुक्त से संपर्क कर समन्वय स्थापित करेंगे। रात्रि में गश्त के दौरान पुलिस कर्मियों को अगर कोई निराश्रित वृद्ध दिखते हैं तो समाज कल्याण विभाग की सहायता से उनको वृद्धाश्रमों तक ससम्मान पहुंचाया जाएगा।

75 जनपदों में संचालित हैं समाज कल्याण विभाग के वृद्ध आश्रम

समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में वृद्धाश्रम संचालित किया जा रहा है। इन आश्रमों में वृद्धजनों को खाना, गर्म कपड़े, दवाई, मनोरंजन के साधन आदि उपलब्ध कराया जाता है। यहां डॉक्टर की सुविधा भी उपलब्ध है ताकि जरूरत पड़ने पर बीमार वृद्धजनों का उपचार भी हो सके। समाज कल्याण विभग द्वारा संचालित वृद्धाश्रमों में निराश्रित वृद्धजनों को रखने की पूरी क्षमता है।

मंत्री असीम अरुण ने कहा कि योगी सरकार समाज के कमज़ोर, निराश्रित वृद्धजनों की सुरक्षा, स्वास्थ्य व सम्मान के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसके लिए वृद्धाश्रमों में सरकार द्वारा पर्याप्त व्यवस्था की गई है। निराश्रित वृद्धजनों को शीतलहर से बचाया जा सके, इसके लिए अभियान शुरू किया गया है।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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