Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

अलौकिक होगा प्राण-प्रतिष्ठा समारोह, स्वच्छ्ता-सुरक्षा और सेवाभाव का मानक बनेगी अयोध्या: CM योगी

Published

on

Loading

01 फरवरी को श्रीरामलला विराजमान के दर्शन-पूजन करेगी पूरी प्रदेश सरकार: मुख्यमंत्री

अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की तैयारियों की समीक्षा, दिए जरूरी दिशा-निर्देश

हर वीवीआईपी के साथ एक लाइजनिंग अधिकारी की तैनाती की जाए, वीवीआईपी से संवाद को 24 घंटे एक्टिव रहे कॉल सेंटर

मुख्यमंत्री का अधिकारियों को निर्देश, अयोध्याधाम में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये बनाएं आगामी 06 माह की कार्ययोजना

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण सामान्य यातायात पर प्रभाव संभावित, अयोध्यावासियों को न हो आवश्यक वस्तुओं की कमी

रूट डायवर्जन का करें व्यापक प्रचार-प्रसार, बनाये रखें अंतर्जनपदीय तथा अंतरराज्यीय पुलिस कोऑर्डिनेशन

● मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने धर्मनगरी अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को नव्य-दिव्य-भव्य श्री राम जन्मभूमि मंदिर में श्री रामलला के बालरूप विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को अलौकिक बनाने के लिए ने सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री जी ने स्थानीय प्रशासन के साथ तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया और समीक्षा बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए… समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए प्रमुख दिशा- निर्देश..

● श्रीरामलला के बालरूप विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम में देश-विदेश से अतिथियों का आगमन हो रहा है। समारोह में भारत के सभी प्रांतों से संत, धर्माचार्य, गणमान्य जनों की उपस्थिति होगी। इस अवसर पर सहभागिता करने आ रहे अति विशिष्ट जनों की सुरक्षा व सम्मान के पुख्ता इंतजाम कर लिए जाएं।

हर वीवीआईपी के साथ एक लाइजनिंग अधिकारी की तैनाती की जाए। इस कार्य में ऐसे लोगों की तैनाती की जाए, जो श्रीरामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ, अयोध्या के पौराणिक, ऐतिहासिक और भौगोलिक महत्व से सुपरिचित हों। इनकी काउंसिलिंग भी कराई जाए।

● प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित जनों के सुविधाजनक आवागमन के लिए उनसे सतत संवाद बनाएं। इसके लिये सक्रिय कॉल सेंटर को 24 घंटे चालू रखा जाए। कॉल सेंटर में तैनात कार्मिकों का व्यवहार मधुर हो, सरल हो।

● अयोध्या की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार की सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां भी उपस्थित हैं। ऐसे में अस्थायी पुलिस लाइन बनाया जाए। यहां इनके रहने, खाने के स्तरीय प्रबंध होने चाहिए। केंद्रीय एजेंसियों के साथ बेहतर समन्वय बनाएं। हर प्रकार के बाह्य और आतंरिक सुरक्षा की आशंकाओं के दृष्टिगत कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए जाएं। चिन्हित रेड जोन/यलो जोन में पेट्रोलिंग बढाएं।

● 22/23 जनवरी के बाद हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का अयोध्या जी आगमन होगा। हर कोई रामलला के दर्शन करने को उत्सुक है। भारत के सभी राज्यों से लोग आएंगे। ऐसे में आगामी 06 माह की स्थिति का आंकलन करते हुए कार्ययोजना तैयार कर लें। अंतर्जनपदीय तथा अंतरराज्यीय पुलिस कोऑर्डिनेशन होना चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार असुविधा न हो।

● श्रीरामलला विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के भव्य समारोह के उपरांत अगले माह 01 फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार के सभी माननीय मंत्रिगण एक साथ श्रीरामलला का दर्शन-पूजन करने का पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।

● धर्म पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, राम पथ की थीम आधारित सजावट कराएं। यह उत्सव, आनंद का ऐतिहासिक अवसर है। ऐसे प्रयास करें कि हर आगंतुक/श्रद्धालु/पर्यटक यहां से सुखद अनुभव लेकर जाए। इन मार्गों के शेष कार्यों को तत्काल पूरा कराएं। स्ट्रीट लाइट आदि की जांच-परख कर ली जाए।

● टेंट सिटी में अच्छी व्यवस्था है। यहां साफ सफाई का ध्यान रखें। यहां ठहरने वालों को गर्म पानी मिले। टेंट सिटी में खाद्यान्न की उपलब्धता बनी रहे। इसी तरह, गर्मी के मौसम में सुविधाजनक स्थिति हो। फायर सर्विस की प्रभावी उपलब्धता सुनिश्चित कराएं।

● रैन बसेरों को और व्यवस्थित करें। कई स्थानों पर इनकी संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है। धर्मनगरी में रात्रि विश्राम करने वाला एक भी व्यक्ति ठंड से ठिठुरता न मिले।

● 22 जनवरी के समारोह और उसके बाद के लिए पार्किंग और यातायात प्रबंधन की बेहतर कार्ययोजना बनाएं। रुट डायवर्जन के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। विभिन्न जनपदों से अयोध्या को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गो पर पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था हो। आगंतुकों के आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक बसों की पर्याप्त उपलब्धता हो। इनकी पार्किंग के इंतजाम कर लें।

● पूरी अयोध्या में कहीं भी फुटपाथ पर अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। ताकि पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा हो। अयोध्याधाम सुरक्षा, सुविधा और सेवाभाव का मानक होगी।

● प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के चलते अगले दो-तीन दिनों तक अयोध्या में सामान्य आवागमन/यातायात प्रभावित होने की संभावना है। ऐसे में नगरवासियों को खाद्यान्न, पेयजल, रसोई गैस आदि आवश्यक वस्तुओं का अभाव न हो, इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध समय से कर लिए जाने चाहिए।

● अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन तथा महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के आसपास साफ- सुथरा, स्वच्छ परिवेश हो। यहां की सुरक्षा की परख कर ली जाए किसी प्रकार की कोई कमी ना रहे। आरपीएफ से भी कोऑर्डिनेशन होना चाहिए।

● अयोध्या में पूरी दुनिया से लोग आने वाले हैं। यहां तैनाती पाने वाले पुलिसकर्मियों का व्यवहार प्रदेश की छवि प्रभावित करने वाला होगा। ऐसे में उनकी काउंसिलिंग की जाए।

● श्रीरामलला के बाल रूप विग्रह का यह चिरप्रतीक्षित समारोह उत्तर प्रदेश को अपनी आतिथ्य-संस्कृति से परिचय कराने का सुअवसर है। इसमें जनसहयोग लें। प्रमुख मार्गों अथवा गलियों में धूल न उड़े, गंदगी न हो। जगह-जगह कूड़ेदान रखे हों।आवश्यकतानुसार स्वच्छताकर्मियों की संख्या बढाएं। अयोध्याधाम को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने का प्रयास होना चाहिए।

● प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नव्य-दिव्य-भव्य मंदिर पर पुष्पवर्षा का कार्यक्रम है। इसके दृष्टिगत न्यास के पदाधिकारियों व एयरफोर्स से संवाद/समन्वय बना लें। सरयू नदी के पुराने पुल पर आवागमन न होने दें। सरयू नदी में जल पुलिस को सक्रिय रखें।

उत्तर प्रदेश

आमजन को शीतलहर से बचाने में जुटी योगी सरकार, जनपदों को आवंटित किए 20 करोड़

Published

on

Loading

लखनऊ| योगी सरकार ने ठंड को देखते हुए प्रदेशवासियों को शीतलहर से बचाने के लिए कंबल और अलावा के लिए विभिन्न जिलों को पहली किस्त जारी कर दी है। योगी सरकार ने करीब 20 करोड़ आवंटित करते हुए निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को राहत देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जरुरतमंदों को वितरित किये जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता उच्च क्वालिटी की होनी चाहिए। साथ ही सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निराश्रित व्यक्तियों, शरणार्थियों और प्रभावितों के अस्थायी आवास, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। राहत विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को धनराशि आवंटित कर दी है। जिलाधिकारियों द्वारा कंबल और अलाव के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।

गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर के लिए सबसे ज्यादा धनराशि आवंटित

राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर कमजोर वर्ग के साथ हमेशा खड़े रहते हैं। योगी सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलायी जा रही हैं। सरकार कमजोर, असहाय वर्ग के लोगों को आपदा से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। ठंड की शुरुआत के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शीतलहरी से निपटने के लिए 351 तहसील को कंबल के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये आवंटितक किए गए हैं। वहीं अलाव के लिए एक करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किए गए। विभाग ने पहली किस्त के रूप में कुल उन्नीस करोड़ तीस लाख पचास हजार रुपये आवंटित किये हैं। इसमें 38 लाख 50 हजार रुपये की सर्वाधिक धनराशि गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के लिए आवंटित की गई है। सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को ठंड से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतलहरी से निपटने के लिए जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिये हैं। शीतलहरी से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। सभी नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम एवं ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर आवश्यकतानुसार अलाव जलाने को कहा गया है। इसके अलावा हर शहर की सीमा के तहत मुख्य मार्गों एवं विशेषकर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सफेद थर्मोप्लास्टिक पेंट द्वारा पट्टियों को दर्शाने, रिफलेक्टर, सोलरकैट साईन एवं डेलिवेटर लगाने का काम समय से पूरा करने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण दुर्घटना न हो। इसके अलावा अभियान चलाकर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कृषि कार्यों में उपयोग में आने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों के पीछे रेडियम की पीली पट्टी लगवाने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर नियत्रंण किया जा सके। शासन ने निर्देश दिया है कि सभी नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में समय रहते रैन बसेरे एवं शेल्टर होम आदि की स्थापना कर ली जाए। रैन बसेरों-शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाया जाए। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में औचक निरीक्षण भी किया जाए।

Continue Reading

Trending