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उत्तर प्रदेश

यूपी बजट सत्र: शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने पर बोले मंत्री – कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार लेंगे निर्णय

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UP Budget Session

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लखनऊ। यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने विधानसभा में शिक्षामित्रों के मानदेय बढ़ाने के सवाल के जवाब में कहा कि बेसिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया गया है। कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार सरकार निर्णय लेगी।

बता दें प्रदेश के शिक्षामित्र लंबे समय से मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे हैं पर अभी तक इस पर निर्णय नहीं लिया गया है। एक अन्य सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में छात्र शिक्षक अनुपात पूरा है, अभी शिक्षक भर्ती का कोई प्रस्ताव या प्रक्रिया विचाराधीन नहीं है। सरकार बेसिक शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा बीमा देने पर विचार कर रही है।

विरोध करने वालों की सूची से मेरा नाम हटाएं

सपा विधायक स्वामी ओमवेश ने कहा कि वह राम के भक्त हैं। कल उन्होंने बधाई प्रस्ताव के पक्ष में हाथ खड़े किए थे। वह रोजाना हवन के बाद जय श्रीराम का नारा लगाते हैं। उन्होंने आग्रह किया कि कल की कार्यवाही में से बधाई का विरोध करने वालों में से उनका नाम हटाया जाए।

…महिला कर्मचारियों को गृह जिले में दें तैनाती

कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कामकाजी महिलाओं को बच्चों की देखभाल के लिए उनके गृह जिले में तबादला कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि कम से कम बच्चा जब तक पांच साल का का नहीं हो जाता तब तक महिला कर्मचारियों को उनके गृह जिले में तैनात करें।

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार ने बेसिक शिक्षा में 16 हजार तबादले इसलिए ही किए है। सरकार बच्चों की देखभाल के पर्याप्त मातृत्व अवकाश दे रही है।

संविदा व आउटसोर्सिंग कर्मचारी नहीं होंगे स्थायी

वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने एक सवाल के जवाब में कहा कि  संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को स्थायी करने की सरकार की कोई योजना नहीं है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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