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प्रादेशिक

बसपा विधायक उमाशंकर सिंह के बेटे की शादी में पहुंचीं मायावती, दूल्हा-दुल्हन को दिया आर्शीवाद

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लखनऊ। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शानिवार को बसपा विधायक उमाशंकर सिंह के बेटे की शादी में पहुंचकर वर-वधु को आशीर्वाद दिया। वैवाहिक कार्यक्रम गोमती नगर स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में संपन्न हुआ। इस दौरान मायावती के साथ बसपा के कई नेता भी मौजूद रहे। उमाशंकर सिंह बलिया जिले के रसड़ा विधानसभा से बसपा के विधायक हैं।

बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने खुद सोशल मीडिया पोस्ट पर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, ‘पुत्र चिरंजीव प्रिंस युकेश सिंह जी के शुभ विवाह के सुअवसर पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। हमारे परिवार की इस ख़ुशी के अवसर पर पधारकर अपना आशीर्वाद देने के लिए आदरणीय बहन कुमारी मायावती का मैं अपने पूरे परिवार की तरफ़ से आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। बता दें बीएसपी सुप्रीमो अपनी पार्टी के किसी भी नेता या कार्यकर्ता के मांगलिक या पारिवारिक कार्यक्रम में नहीं जाती हैं। मगर राजधानी में उमाशंकर सिंह के बेटे की शादी में पहुंचकर उन्होंने सभी को चौंका दिया।

आपको बता दें कि इससे पहले भी मायावती उमाशंकर सिंह की बेटी के विवाह में लखनऊ के उनके आवास पहुंची थी। उमाशंकर सिंह की पहचान रसड़ा विधानसभा क्षेत्र से BSP के विधायक और पार्टी के कद्दावर नेताओं में होती है। इतना ही नहीं वो अपने इलाके में भी काफी लोकप्रिय हैं। उमाशंकर जब पहली बार विधायक बने थे, तब क्षेत्र के 251 गरीब जोड़ों का सामूहिक विवाह अपने खर्चे से कराया था। इन्होंने कोरोना काल में भी 351 जोड़ों की सामूहिक शादियां करवाई थी।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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