उत्तर प्रदेश
पीलीभीत में बोले अखिलेश- पहले ही चरण में सपा को खुशखबरी मिलने जा रही है
पीलीभीत। पीलीभीत से सपा प्रत्याशी भगवत सरन गंगवार के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। पीलीभीत में अखिलेश ने कहा कि यह अच्छा है कि इस लोकसभा सीट पर चुनाव पहले ही चरण में होने जा रहा है। पहले ही चरण में सपा को खुशखबरी मिलने जा रही है। उन्होंने कहा कि जनसभा में आए लोगों का जोश, कुछ और ही संदेश दे रहा है।
अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा कि इस सीट पर दिल्ली से बड़े बड़े नेता आ चुके हैं। लखनऊ वाले और भी घबराए हुए हैं। पीलीभीत का नाम सुनते ही भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का चेहरा पीला हो जा रहा है। इस सीट के जनता ने मन बना लिया है कि सपा को जिताएंगे।
सपा नेता ने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि पीलीभीत के लोगों ने इस आंदोलन को बढ़ाया। बीजेपी के लोग तीन काले कानून लाए और वो इसलिए वापस हुए क्योंकि वो किसानों की ताकत से घबरा गए थे। जो लोग किसानों की बात कर रहे थे, उन्हें पीछे कर दिया गया। नौजवानों की बात उठाने वालों को पीछे कर दिया। किसानों की आवाज बनने वाले लोगों पीछे कर दिया। और जो किसानों पर थार चला रहे थे, उन्हें सम्मान दिया। उन्होंने कहा, “जब से ये दिल्ली वाले आए हैं, महंगाई तो इतनी बढ़ाई है जिसकी आप कल्पना नहीं कर पा रहे हैं। महंगाई बढ़ती चली जा रही है, चाहे वो डीजल हो, पेट्रोल हो, जरूरत के सामान हो 2014 से 2024 का हिसाब किताब लगाइए चीजों की कितनी महंगाई बढ़ गई है।”
सपा प्रमुख ने कहा, “जब महंगाई रोकनी थी तब इन्होंने चंदा वसूलने का काम किया। ये दावा करेंगे भ्रष्टाचारी बचेंगे नहीं, लेकिन भ्रष्टाचार बढ़ाने का काम कोई कर रहा तो बीजेपी वाले कर रहे हैं। हम और आप लोग जानते हैं कि चंदे में क्या दिया जाता है, चंदे में 1 हजार करोड़ रुपया दिया जाता है क्या? ये सरकार ऐसी है जिसने बड़े-बड़े उद्योगपतियों को सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स से डराकर वसूलने का काम किया है। ऐसी वसूली पूरे देश ने नहीं देखी होगी।”
“ये वही बीजेपी के लोग हैं, जिन्होंने कहा था नोटबंदी के बाद कोई भ्रष्टाचार नहीं होगा, कोई कालाधन नहीं कमा पाएगा। बताओ ये इलेक्ट्रोरल बॉन्ड काले धन को सफेद करने का काम हुआ है कि नहीं? काला धन सफेद कर लिया है कि नहीं बीजेपी ने? इस सरकार ने जितना पैसा वसूला है उसकी वजह से ही महंगाई है।”
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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