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प्रादेशिक

छिंदवाड़ा: युवक ने मां, भाई, भाभी, पत्नी समेत परिवार के आठ लोगों को कुल्हाड़ी से काट डाला, खुद भी की आत्महत्या

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छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक शख्स ने अपने परिवार के आठ लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद उसने खुद भी घर से थोड़ी दूर जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि शख्स ने इस घटना को क्यों अंजाम दिया। हालांकि लोग बता रहे हैं कि युवक मानसिक रूप से विक्षियत था। मृतकों में आरोपी की 55 वर्षीय मां, पत्नी, 35 वर्षीय भाई, 30 वर्षीय भाभी, 16 वर्षीय बहन, 5 वर्षीय भतीजा, 4 वर्षीय व डेढ़ वर्षीय दो भतीजियां शामिल हैं।

छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के थाना माहुलझिर अंतर्गत ग्राम बोदल कछार में बुधवार को सुबह एक आदिवासी परिवार में ये सनसनीखेज वारदात हुई है। जिस बेटे की पिछले सप्ताह ही शादी हुई है, उसी ने कुल्हाड़ी परिवार के एक-एक करके 8 सदस्यों को मार डाला। इसके बाद आरोपी अपने ताऊ के घर भी पहुंच गया और वहां भी 10 साल के बच्चे पर कुल्हाड़ी से वार किया। उसके बाद वहां से फरार हो गया। हालांकि बच्चा सुरक्षित है और उसका इलाज किया जा रहा है। बाद में आरोपी का शव जंगल में एक पेड़ पर लटका मिला।

जानकारी के मुताबिक छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी परिवार के 26 वर्षीय दिनेश उर्फ भूरा सरयाम मानसिक रूप से बीमार था। दिनेश की शादी एक हफ्ते पहले ही हुई थी। मंगलवार और बुधवार की रात 3 बजे किसी बात को लेकर दिनेश ने अपने परिवार पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। अपने माता-पिता, भाई, भाभी, बहन, भतीजा, भतीजी, पत्नी की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। हत्या करने के बाद दिनेश ने खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। माहुलझिर पुलिस थाना क्षेत्र की पुलिस गांव में डेरा डाले हुए हैं। पूरे गांव को सील कर जांच की जा रही है। छिंदवाड़ा के पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री भी गांव में मौजूद है। फॉरेंसिक टीम भी सबूत जुटाने में लगी है।

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उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

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प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

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