Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

ज्वैलर बाप-बेटे ने अमेरिकी महिला से की ठगी, 300 रु वाली ज्वैलरी 6 करोड़ में बेची

Published

on

Loading

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में धोखाधड़ी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक ज्वैलर बाप-बेटे की जोड़ी ने एक अमेरिकी महिला को चूना लगाते हुए 300 रु वाली ज्वेलरी 6 करोड़ में बेच दी। ज्वैलरी खरीदकर महिला वापस अमेरका लौट गई। दो साल बीत गए लेकिन महिला को ज्वेलरी के नकली होने का पता नहीं चला। इस बीच महिला ने अमेरिका में ही एक एग्जीबिशन में स्टॉल लगाई। इस दौरान उसे पता चला कि उसके जेवर नकली हैं। यह सुनते ही उसके होश उड़ गए। वो शिकायत करने के लिए एक महीने पहले वापस जयपुर पहुंची। महिला ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस से दर्ज कराई है।

पुलिस ने बताया कि जयपुर के एक ज्वैलर पिता-पुत्र ने अमेरिकी नागरिक महिला को 6 करोड़ रुपये के नकली आभूषण बेचे। ये दोनों आरोपी गौरव सोनी और उसके पिता राजेंद्र सोनी फरार हैं। गौरव की पत्नी और बच्चे भी फरार हैं। गौरव सोनी के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि महिला ने फरवरी-मार्च में अमेरिका में प्रदर्शनी लगाई। वहां आभूषणों की जांच की जा रही थी, तो उसने कुछ आभूषणों की जांच कराई। उसे पता चला कि सोना 9 कैरेट का है, जबकि हॉलमार्क पेपर में 14 कैरेट का लिखा था। हीरा मोइसैनाइट निकला।

अधिकारी के अनुसार, इसके बाद महिला जयपुर आई और उसने गौरव सोनी से आभूषण बदलने का अनुरोध किया, लेकिन कोई फायदा नहींहुआ। उसने उन्हें पुलिस केस करने की चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की। गौरव सोनी और उसके पिता ने उसे रोकने का वीडियो पुलिस को भेज दिया और आरोप लगाया कि विदेशी महिला ने उनकी दुकान में लूटपाट की है लेकिन जब जांच हुई तो उसके पास सारे बिल और सबूत थे। इसलिए मामला नहीं बना।

महिला ने अमेरिकी दूतावास में भी शिकायत की। महिला की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ और जांच हुई। इसी दौरान महिला की दोनों बाप-बेटों के साथ एक मीटिंग हुई जिसमें वो चेरिस को करीब 3 करोड़ रुपये मुआवजा देने पर सहमत हुए। उन्होंने 2 दिन का समय मांगा लेकिन आखिरी दिन पिता-पुत्र ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए और फरार हो गए।

पुलिस ने बताया कि इसके बाद हमने उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जिसने ज्वैलरी के झूठे प्रमाण पत्र जारी किए। हमने गौरव सोनी के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया है। हम पिता के लिए भी लुकआउट नोटिस जारी करने की कोशिश कर रहे हैं। यह भी पता चला कि गौरव सोनी की पत्नी के नाम पर एक फर्म है और उसे उसी खाते में ज़्यादातर पैसे मिले हैं।

ऑफ़बीट

फर्जी आईपीएस मिथलेश का नया सपना, कहा- उ सब नहीं बनना है, अब डॉक्टर बनना है

Published

on

Loading

पटना। बिहार में पकडे गए फर्जी आईपीएस मिथिलेश ने अब अन्य सपना पाल लिया है। वो अब डॉक्टर बनना चाहता है। मिथिलेश का कहना है कि वो डॉक्टर बनकर लोगों की जान बचाएगा। मिथिलेश ने कहा, ‘अब वो पुलिस वाला नहीं बनेंगे। अब डॉक्टर बनेंगे। उ सब नहीं बनना है, हां डॉक्टर बनना है। डॉक्टर बनकर सबको बचाएंगे।’

सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इंटरव्यू में मिथलेश मांझी से पूछा गया कि ‘आप 10वीं पास हैं, आईपीएस तो नहीं बन पाए, बने लेकिन फर्जी आईपीएस बने, अब आगे का क्या प्लान है?’ इसपर मिथलेश मांझी कहता है कि ‘अब पुलिस नहीं बनेंगे, अब बनेंगे तो डॉक्टर ही बनेंगे..उसब नहीं बनेंगे।’ मिथलेश मांझी से पूछा गया कि ‘डॉक्टर बनकर क्या करेंगे?’ इसपर उसने कहा कि ‘डॉक्टर बनकर लोगों को बचाएंगे.’ मिथलेश मांझी का यह वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है।

बता दें कि लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र में स्थित गोवर्धन बीघा गांव निवासी 19 वर्षीय मिथलेश कुमार फर्जी आईपीएस के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसने पुलिस को बताया कि खैरा इलाके के मनोज सिंह नामक एक शख्स ने उसे आईपीएस बनाने का झांसा दिया था। इसके बदले में उसने 2.30 लाख रुपये की मांग की थी। पुलिस में नौकरी पाने के लिए मिथलेश ने अपने मामा से 2 लाख रुपये लेकर मनोज को पैसे दिए।

पैसे मिलने के बाद ठग मनोज सिंह ने मिथलेश के शरीर का नाप लिया और उसे अगले दिन फिर बुलाया। ठग ने उसे आईपीएस की वर्दी, बैच और नकली पिस्टल थमाई। फिर मिथलेश ने आईपीएस की वर्दी पहनकर घर जाकर अपनी मां का आशीर्वाद लिया। गिरफ्तार फर्जी आईपीएस ने कहा कि मां से आशीर्वाद लेने के बाद वह दहेज में मिली बाइक से मनोज से मिलने के लिए निकला, लेकिन सिकंदरा चौक पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

Continue Reading

Trending