Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

बाढ़ से पहले योगी सरकार की तैयारियां मुकम्मल, 612 बाढ़ चौकियां स्थापित

Published

on

Loading

लखनऊ| योगी सरकार ने प्रदेश में बाढ़ की आशंकाओं को देखते हुए इससे निपटने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली हैं। सीएम योगी के निर्देश पर बाढ़ से निपटने एवं जनहानि-धनहानि को न्यूनतम करने के लिए 24 अतिसंवेदनशील और 16 संवेदनशील इलाकों में बाढ़ चौकियाें की स्थापना कर ली गयी है, जहां पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टुकड़ियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को राहत देने के लिए 40 जिलों में से 39 जिलों में खाद्यान्न टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। बता दें कि सीएम योगी ने हाल में ही बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये थे, जिसके बाद अधिकारियों ने मिशन मोड में महज चार से पांच दिन के अंदर तैयारियों को अंजाम दिया है।

बाढ़ प्रभावितों क्षेत्रों में अब तक स्थापित की गयी 612 चौकियां

प्रमुख सचिव राजस्व पी गुरु प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट रहने के साथ तैयरियों को पुख्ता करने के निर्देश दिये थे। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरुप प्रदेश के अतिसंवेदनशील और संवेदनशील क्षेत्रों में 612 बाढ़ चौकियों की स्थापना की जा चुकी है। वहीं इन क्षेत्रों में अतिरिक्त बाढ़ चौकियों की स्थापना की कार्रवाई चल रही है। इन बाढ़ चौकियों में एनडीआरएफ की 7 टीमें, एसडीआरएफ की 18 टीमें और पीएसी की 17 टीमें तैनात कर दी गयी हैं। इसके साथ ही आपदा मित्रों को भी तैनात किया गया है। इसके अलावा सभी बाढ़ प्रभावित जनपदों में नावों का चिन्हीकरण और नाविक तैनात कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एक वर्ष में 4700 राहत चौपालों को आयोजन किया गया, जिसमें लाेगों को बाढ़ के दौरान अपनी और अपने मवेशियों की किस तरह सुरक्षा करनी है, इसकी जानकारी दी गयी। वहीं बाढ़ पूर्व तैयारियों के तहत एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीएसी की ओर से 25 जनपदों में मॉकड्रिल की गयी।

बाढ़ प्रभावित 39 जिलों में खाद्यान्न पैकेट की टेंडर प्रक्रिया पूरी

राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जनपदों के लिए 10 करोड़ की धनराशि जारी की जा चुकी है। इस धनराशि से बाढ़ प्रभावित जनपदों में विभिन्न आवश्यक खरीदारी पूरी कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित 40 जिलों में से 39 जिलों में खाद्यान्न पैकेट की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। वहीं गाजीपुर में खाद्यान्न पैकेट का टेंडर एक दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा। बाढ़ प्रभावित इलाकों में दो खाद्यान्न पैकेट वितरित किये जाएंगे। इनमें पहले पैकेट में प्रति परिवार को ढाई-ढाई किलोग्राम के दो लाई के पैकेट, 2 किलो भुना चना, प्लास्टिक के पैकेट में 1 किग्रा. गुड़, बिस्किट के 10 पैकेट, माचिस और मोमबत्ती के एक पैकेट, 2 पीस नहाने का साबुन, एक 20 लीटर का जरीकेन, 12 गुणे 10 वर्ग फिट मोटाई का एक तिरपाल, जिसका जीएसएम 110 से कम न हो आदि सामान वितरित किया जाएगा। वहीं दूसरे पैकेट में प्रति व्यक्ति 10 किग्रा. आटा, 10 किग्रा. चावल, 2 किग्रा. अरहर दाल, 10 किग्रा. आलू, 200 ग्राम हल्दी, 100 ग्राम मिर्च, 200 ग्राम सब्जी मसाला, 1 लीटर सरसों का तेल और 1 किग्रा. नमक का पैकेट वितरित किया जाएगा।

Continue Reading

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending