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बिजनेस

मुंबई में ‘नीता मुकेश अंबानी जूनियर स्कूल’ का शुभारंभ

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मुंबई| मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में इस हफ्ते ‘नीता मुकेश अंबानी जूनियर स्कूल’ (एनएमएजेएस) और ‘नीता मुकेश अंबानी जूनियर स्कूल अर्ली इयर्स कैंपस’ (एनएमएजेएस ईवाईसी) का उद्घाटन हुआ। एनएमएजेएस 3 लाख वर्ग फुट में फैला है और कक्षा 1 से 7 तक की शिक्षा पर केंद्रित है, जबकि एनएमएजेएस ईवाईसी 30 हजार वर्ग फुट में प्री-स्कूल और किंडरगार्टन के लिए समर्पित है।

यह दोनों संस्थान, धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल (डीएआईएस) के साथ मिलकर, एक हजार से अधिक छात्रों को आधुनिक और समग्र शिक्षा प्रदान करेंगे। एनएमएजेएस की परिकल्पना और नेतृत्व ईशा अंबानी पीरामल द्वारा किया गया है, जो डीएआईएस की पूर्व छात्रा और एनएमएजेएस की वाइस-चेयरपर्सन हैं। उन्होंने उद्घाटन समारोह में कहा, “मैंने एक ऐसी जगह बनाने का सपना देखा था जो हम सभी को एक-दूसरे के साथ एक मजबूत और खुले समुदाय का निर्माण करने के लिए अपने सर्वोत्तम सहयोगात्मक और दयालु होने के लिए प्रेरित करे। स्कूल की पारदर्शी वास्तुकला इसका प्रमाण है।”

वहीं, संस्थापक और चेयरपर्सन नीता अंबानी ने कहा, “हम एनएमएजेएस को शिक्षा के मंदिर के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” स्कूल की अत्याधुनिक सुविधाएं, जैसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशालाएँ और ग्रीन कैंपस, इसे एक उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र बनाते हैं।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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