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उत्तर प्रदेश

सोमवार छह बजे तक ढाई लाख भक्तों ने किए बाबा के दर्शन

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वाराणसी| सावन के चौथे सोमवार को भी काशी में आस्था और विश्वास का संगम दिखा। बाबा के प्रिय माह सावन के विशेष दिन सोमवार को शिव भक्त दूर-दूर से काशी में श्रद्धा का जल चढ़ाने पहुंचे। काँधे पर कावड़ लिए कावड़िया नंगे पाव बाबा के आस्था में उनके दरबार तक खींचे चले आ रहे हैं। शिव भक्त बाबा के दर्शन के लिए देर रात से ही कतार में लगे रहे।सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भक्तों के सुगम दर्शन व सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। श्रावण माह के चौथे सोमवार को बाबा विश्वनाथ का रुद्राक्ष से श्रृंगार हुआ। महादेव के भक्त काशी पुराधिपति के इस विशेष स्वरूप का दर्शन कर निहाल हुए। 22 जुलाई से शुरू हुए सावन के 22 दिन में 40 लाख से अधिक भक्त श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का आशीर्वाद ले चुके हैं। (22 जुलाई से 12 अगस्त तक शाम 6 बजे तक आंकड़ा )

भगवान् शंकर में आस्था की अटूट कतार रात से ही सड़कों पर दिखने लगी थी। गंगा में डुबकी और पात्र मे गंगा जल लिए हुए शिवभक्तों का रेला विशेश्वर के दरबार की ओर रात से बढ़ता रहा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि हर सोमवार को बाबा को अलग अलग स्वरूपों का श्रृंगार हो रहा है। इस सोमवार को बाबा का विशेष रुद्राक्ष श्रृंगार हुआ। सावन के चौथे सोमवार को शाम 6 बजे तक 2 लाख 48 हज़ार से अधिक श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके थे, जबकि सावन माह में अब तक 40 लाख 11,674 से अधिक भक्तों ने बाबा के दर्शन किये हैं। ( 22 जुलाई से 12 अगस्त शाम 6 बजे तक का आंकड़ा )

श्री काशी विश्वनाथ धाम श्रावण माह में हर-हर महादेव और बोल बम के उद्घोष से गुंजायमान रही। काशी विश्वनाथ धाम की नव्यता और भव्यता भक्तों को खूब भा रही है। योगी सरकार की बाबा के प्रांगण में खाने-पीने, रहने और जन सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुगम दर्शन और सुरक्षा के अच्छे इंतज़ाम से भक्त आह्लादित हैं।

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उत्तर प्रदेश

प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों को कामयाबी, एक दिन-एक शिफ्ट में होगी PCS की परीक्षा

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प्रयागराज। प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों की बड़ी जीत हुई है। UPPSC ने उनकी मांगें स्वीकार कर ली हैं। RO/ARO की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। इसके साथ ही अब PCS की परीक्षा एक ही शिफ्ट में होगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने प्रारंभिक परीक्षाओं के दो दिन दो शिफ्ट में कराने का निर्णय लिया था, जिसके विरोध में हजारों की संख्या में छात्र सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों ने आयोग के नोटिस जारी होने के साथ ही फैसले के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने प्रदर्शन किया।

अधिकारियों ने प्रदर्शनकरी छात्रों से कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे। जिसके बाद पूरे मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हस्तक्षेप करते हुए आयोग को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक आयोग से छात्रों के हितों में फैसले के लिए कहा। सीएम योगी की पहल के बाद आयोग ने अपना फैसला वापस ले लिया और छात्रों की एक दिन एक शिफ्ट में पेपर की मांग को मान स्वीकार कर लिया।

वहीँ आरओ/एआरओ (प्री.) परीक्षा-2023 के लिए आयोग द्वारा एक समिति गठित की गई है। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी। आसान भाषा में कहें तो आयोग ने सीएम योगी के निर्देश पर फैसला लिया है कि यूपीपीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा पुराने पैटर्न से होंगी यानी एक ही दिन में यह परीक्षा आयोजित होगी। जबकि RO/ARO परीक्षा पर फैसले के लिए कमेटी बनाने की घोषणा की गई है।

कब होंगे पेपर?

जानकारी के लिए बता दें कि पीसीएस की परीक्षा के लिए दो चरण होते हैं, पहला प्रीलिम्स और दूसरा मेंस। पहले ये पेपर चार शिफ्ट में 7 और 8 दिसंबर को होने थे पर अब नए आदेश में यह परीक्षा एक ही दिन में दो शिफ्ट में आयोजित होगी। वहीं, RO/ARO परीक्षा में एक ही पेपर होता है, जो पहले 22 और 23 दिसंबर को तीन पालियों में होनी थी, जिस पर अब कमेटी बना दी गई है जो जल्द ही अपना रिपोर्ट देगी।

 

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