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उत्तर प्रदेश

ऑपरेशन भेड़िया पर सीएम की नजर, बहराइच पहुंच पीड़ितों से मिले वन मंत्री

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लखनऊ| मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच में ऑपरेशन भेड़िया पर नजर बनाए हुए हैं। उनके निर्देश पर वन व पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना बुधवार को बहराइच पहुंचे। वन मंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों संग बैठक भी की। उन्होंने यहां के कई गांवों में पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि आमजन की सुरक्षा व भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम मुस्तैदी से जुटी है। वन विभाग सुरक्षा के लिए ड्रोन मैपिंग कर रहा है। साथ ही थर्मल ड्रोन से भी भेड़ियों को पकड़ने के लिए निगरानी जारी है। वहीं बीते दिनों चार मृतकों के आश्रितों को जिला प्रशासन की तरफ से पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि पहले ही दी जा चुकी है। शेष के परिजनों को जल्द ही राशि जारी की जाएगी।

अफसरों संग गांवों में पहुंचे वन मंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बहराइच पहुंचे वन मंत्री उन गांवों में भी पहुंचे, जहां भेड़ियों ने आमजन पर हमला किया है। वन मंत्री ने पीड़ित परिवारों संग ग्रामीणों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान को लेकर विभाग सजग है। तीन बचे भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम हरसंभव कोशिश कर रही है। वन मंत्री ने आमजन से अपील की कि किसी भी हाल में रात में बाहर न सोएं। बच्चों को साथ रखें। दरवाजे खुला न छोड़िए। लॉक करके रखें, जब तक भेड़िया न पकड़ा जाए, लाठी आदि लेकर झुंड में निकलें। वन मंत्री के साथ प्रधान मुख्य वन संरक्षक व विभागाध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संजय श्रीवास्तव आदि भी मौके पर मौजूद रहे।

तीन भेड़िए पकड़े जा चुके, तीन को पकड़ने में जुटी वन विभाग की टीम

प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव संजय श्रीवास्तव ने बताया कि भेड़ियों को पकड़ने के लिए 16 टीमें तैनात की गई हैं। यहां जिला स्तर के 12 अधिकारी भी कैंप कर रहे हैं। भेड़िया पकड़े जाने तक अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह यहां कैंप करती रहेंगी। डीएफओ बाराबंकी आकाश बधावन व डीएफओ नवीन प्रकाश भी ‘ऑपरेशन भेड़िया’ को सकुशल पूरा करने में जुटे हैं।

भेड़ियों को ट्रैंकुलाइज करने के लिए दो डॉक्टर भी पहुंचे

भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग सजग है। ड्रोन व थर्मल ड्रोन से मैप किया जा रहा है। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डेन से भेड़ियों को ट्रैंकुलाइज करने की अनुमति मिल गई है। इसके लिए दो डॉक्टर भी बहराइच में टीम के साथ जुटे हैं।

जिन घरों में दरवाजे नहीं, वहां लगवाए जा रहे दरवाजे

बैठक में जिलाधिकारी की ओर से बताया गया कि जिन घरों में दरवाजे नहीं हैं, वहां विभिन्न फंड के जरिए दरवाजे लगवाए जा रहे हैं। इसके लिए सीएसआर समेत अन्य फंड से पैसा दिया जा रहा है। गांवों में रात्रि गश्त किया जा रहा है। वहीं आमजन व महिलाओं को जागरूक करने के लिए आशा वर्कर्स की भी ड्यूटी लगाई गई है।

चार मृतकों के परिजनों को दिया जा चुका पांच-पांच लाख का चेक

भेड़ियों के हमले में जान गंवाने वाले चार मृतकों के परिजनों को सीएम योगी के निर्देश पर पांच-पांच लाख का चेक दिया जा चुका है, जबकि शेष पीड़ित परिवारों को जल्द ही अनुग्रह राशि दी जाएगी। अब तक जिला प्रशासन की तरफ से अख्तर रजा, प्रतिभा, किशन, संध्या के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का चेक प्रदान किया जा चुका है। शेष मामलों पर कार्रवाई की जा रही है।

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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ को फायर फ्री जोन बनाने की योजना

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को श्रद्धालुओं के लिए हर तरह से सुरक्षित किए जाने को लेकर योगी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। महाकुंभ के दौरान आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए मैनपावर और स्पेशल फायर व्हीकल्स की संख्या में भारी वृद्धि की गई है। वहीं, अत्याधुनिक डिवाइसेज को भी तैनात किए जाने की योजना है। प्रत्येक सेक्टर में दमकल कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। आग की घटनाओं की मॉनीटरिंग के लिए एआई से लैस फायर डिटेक्शन कैमरों को इंस्टॉल किया गया है। वहीं, रिस्पॉन्स टाइम को भी महज 2 मिनट का रखा गया है, ताकि किसी तरह की घटना पर मिनटों में काबू पाया जा सके। सरकार का पूरा प्रयास यही है कि इस बार का महाकुंभ पूरी तरह जीरो फायर इंसिडेंट के रूप में संपन्न हो और अग्निशमन विभाग की ओर से इसी दिशा में काम किया जा रहा है।

अखाड़ों में भी लगेंगे 5 हजार एक्सटींगुशर

प्रयागराज के मुख्य अग्निशमन अधिकारी और महाकुंभ के नोडल अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि इस बार महाकुंभ को जीरो फायर इंसिडेंट बनाने का पूरा प्रयास होगा। इसके लिए व्यापक तैयारी की गई है। इसके लिए एडवांस रेस्क्यू टेंडर तैनात किए जा रहे हैं। 200 स्पेशल ट्रेन्ड रेस्क्यू ग्रुप को तैनात किया जा रहा है। वहीं, अखाड़ों में आग की घटनाओं को काबू करने के लिए 5000 स्पेशल फायर एक्स्टींगुशर प्रदान किए जा रहे हैं। यही नहीं, मेले में बड़ी संख्या में एआई लाइसेंस वाले फायर डिटेक्शन कैमरों को भी इंस्टॉल किया जा रहा है। ये कैमरे भी पहली बार उपयोग में लाए जा रहे हैं जो आग की घटनाओं पर नजर रखेंगे और यदि कहीं इस तरह की घटना होती है तो तत्काल कंट्रोल रूम के माध्यम से चंद सेकेंड्स में फायर स्टेशन को सूचना मिल सकेगी। सूचना मिलते ही दो मिनट के अंदर दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचेंगी और आग पर काबू पाने का प्रयास करेंगी।

हर सेक्टर में तैनात होंगे दमकलकर्मी

उन्होंने बताया कि 2019 कुंभ की तुलना में इस बार अधिक मैनपावर और अधिक व्हीकल्स को डेप्लॉय किया जा रहा है। 2019 में जहां 43 टेंपरेरी फायर स्टेशन बनाए गए थे, वहीं 2025 महाकुंभ में 50 टेंपरेरी फायर स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसी तरह 2019 के 15 टेंपरेरी फायर पोस्ट की जगह इस बार 20 टेंपरेरी फायर पोस्ट बनाई जा रही हैं। 43 फायर वॉच टॉवर की तुलना में इस बार 50 फायर वॉच टॉवर होंगे, जबकि 4200 की जगह 7000 से अधिक फायर हाइड्रेंट्स लगाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त 75 की जगह इस बार 150 से ज्यादा फायर रिजर्व वाटर टैंक्स को उपयोग किया जाएगा। मैनपावर की बात करें तो 2019 में 1551 कर्मियों को यहां डेप्लॉय किया गया था, जबकि इस बार यह संख्या बढ़कर 2071 कर दी गई है। इसी तरह 2019 में कुल 166 व्हीकल्स का डेप्लॉयमेंट था तो इस बार यह संख्या लगभग दोगुनी बढ़कर 351 हो गई है।

अत्याधुनिक उपकरणों का होगा उपयोग

2013 में कुल 612 फायर इंसिडेंट हुए थे, जहां 6 लोगों की जान गई थी और 15 बर्न इंजरीज हुई थीं तो वहीं 2019 में योगी सरकार ने कुंभ के दौरान चाक चौबंद प्रबंध किए जिससे पूरे कुंभ के दौरान 55 फायर इंसिडेंट्स के बावजूद न ही कोई बर्न इंजरी हुई और न ही किसी की जान गई। इससे भी आगे बढ़कर 2025 महाकुंभ में योगी सरकार अधिक मैनपावर, अधिक गाड़ियां और अधिक सतर्कता बरतते हुए फायर इंसिडेंट्स की संख्या को भी जीरो करने का प्रयास कर रही है। इसके लिए अत्याधुनिक डिवाइसेज इस्तेमाल किए जा रहे हैं। कई ऐसे डिवाइसेज भी हैं जो पहली बार यहां उपयोग में लाए जाएंगे। इसके साथ ही, महाकुंभ में तैनात सभी दमकल कर्मियों की स्पेशल ट्रेनिंग भी कराई गई है। सभी कोर ग्रुप्स के प्रैक्टिकल सेशन की भी व्यवस्था की गई है। एक्सटर्नल आडिट के लिए उत्तराखंड फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के साथ एमओयू किया गया है। वहीं नेशनल फायर सर्विस कॉलेज नागपुर के साथ भी एमओयू किया गया है।

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