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ऑफ़बीट

राइड कैंसिल करने पर भड़का ऑटो ड्राइवर, कहा- तेल का पैसा तेरा बाप देगा क्या, युवती को जड़ा थप्पड़

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बेंगलुरु। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बुकिंग कैंसिल करने पर एक ऑटो चालक इतना भड़क गया कि उसने एक युवती को थप्पड़ तक जड़ दिया। पीड़ित युवती ने पूरी घटना अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली। बुकिंग कैंसिल होने से ऑटो चालक इतना गुस्सा हुआ कि पहले तो उसने युवती को गंदी गंदी गालियां दीं। फिर उसे थप्पड़ जड़ दिया। ऑटो चालक के इस व्यवहार से पीड़िता सहम गई। उसने ‘एक्स’ पर घटना की वीडियो शेयर करते हुए अपने आप को शहर में असुरक्षित बताया।

घटना 2 सितंबर को मगदी रोड पुलिस स्टेशन इलाके की है। पुलिस ने आरोपी ऑटो चालक को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को पीड़िता और उसकी सहेली ने पीक ऑवर्स के कारण ओला पर दो ऑटो बुक किए। पीड़िता ने अपनी यात्रा रद्द कर दी, क्योंकि उसकी सहेली की गाड़ी पहले आ गई और वह उसी गाड़ी में सवार हो गई। दूसरे ऑटो ड्राइवर ने उनका पीछा किया और जिस गाड़ी में वह यात्रा कर रही थी, उसे रोकने के बाद वह गुस्से में चिल्लाने लगा और गाली-गलौज करने लगा।

पीड़िता ने बताया, “ऑटो ड्राइवर ने हमारे साथ मारपीट और अभद्रता की. मैंने रिकॉर्डिंग शुरू की, तो वह और भी गुस्सा हो गया। जब मैंने उसे मामले की श‍िकायत करने की बात कही, तो उसने इसकी कोई परवाह नहीं की।” पीड़िता ने ओला ऑटो चालक द्वारा उसे भद्दी गालियां देते हुए वीडियो भी शेयर किए। इसमें दावा किया गया कि मौके पर पहुंचने के बाद उसे पांच मिनट तक इंतजार कराया गया और पूछा गया कि क्या उसके पिता तेल का भुगतान करेंगे। पीड़िता ने आरोपी ड्राइवर से कहा कि वह चिल्लाए नहीं और उसे गाली न दे, जिस पर चालक ने उससे पूछा कि उसे और क्या करना चाहिए। जब युवती ने उससे कहा कि वह पुलिस से संपर्क करेगी, तो ऑटो चालक ने उसे तुरंत पुलिस के पास जाने की चुनौती दी।

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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