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उत्तर प्रदेश

बिजनेस और सिटीजन सेंट्रिक रिफॉर्म्स में टॉप अचीवर स्टेट बना उत्तर प्रदेश

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लखनऊ। प्रदेश में उद्योगों और उद्यमियों को बढ़ावा दे रही योगी सरकार को उसकी उत्कृष्ट नीतियों और प्रयासों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला है। भारत सरकार के डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (डीपीआईटी) ने उत्तर प्रदेश को बिजनेस रिफॉर्म्स एक्शन प्लान 22 (BRAP 22) के तहत टॉप अचीवर स्टेट के अवॉर्ड से सम्मानित किया है। गुरुवार को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को यह अवार्ड प्रदान किया। उत्तर प्रदेश को यह अवार्ड दो बिजनेस सेंट्रिक और एक सिटीजन सेंट्रिक रिफॉर्म्स के लिए प्रदान किया गया है। बिजनेस रिफॉर्म्स में सेक्टोरल लाइसेंस के लिए ऑनलाइन सिंगल विंडो सिस्टम, लैंड एडमिनिस्ट्रेशन और बिजनेस के लिए लैंड और प्रॉपर्टी ट्रांसफर जैसी सुविधाएं शामिल हैं तो सिटीजन सेंट्रिक रिफॉर्म्स में बिजनेस के लिए यूटिलिटी परमिट प्राप्त करना, कंस्ट्रक्शन परमिट इनेबलर और इंस्पेक्शन इनेबलर्स जैसी सुविधाएं सम्मिलित हैं।

गुरुवार को देश की राजधानी दिल्ली में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग भारत सरकार द्वारा आयोजित उद्योग समागम में उत्तर प्रदेश को दोनों क्षेत्रों में टॉप अचीवर राज्य घोषित किया गया। समागम में उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अथक प्रयास, सुदृढ़ कानून व्यवस्था, बेहतर औद्योगिक नीति एवं विकासोन्मुखी योजनाओं की वजह से देश का ग्रोथ इंजन बनने की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश में व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। इसी बदलाव का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में टॉप अचीवर राज्य बन गया है। मंत्री नंदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के संकल्प को पूरा करने की दिशा में अपने सर्वोत्तम योगदान हेतु प्रतिबद्ध हैं।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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