Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ 2025 में 7000 रोडवेज बसों के साथ 550 सिटी बसें भी संचालित करेगी योगी सरकार

Published

on

Loading

लखनऊ। परिवहन निगम आगामी महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 7000 बसों का संचालन करेगा। प्रथम चरण में 3050 बसों का संचालन किया जाएगा, जबकि द्वितीय चरण में सभी 7000 बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इसी तरह स्थानीय स्तर पर यात्रियों की सुविधा के लिए 550 सिटी बसों को भी संचालित किया जाएगा, जिसमें 200 बसों का संचालन नगरीय परिवहन द्वारा जबकि शेष 350 बसों का संचालन परिवहन निगम द्वारा किया जाएगा। परिवहन निगम मुख्यालय में गुरुवार को आगामी महाकुंभ मेले से संबंधित संचालन व्यवस्था के संबंध में सभी क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधकों के साथ अपर प्रबंध निदेशक महोदय द्वारा समीक्षा बैठक की गई जिसमें परिवहन निगम मुख्यालय के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार प्रयागराज में जनवरी और फरवरी 2025 में होने जा रहे इस महाआयोजन को पूरी भव्यता का साथ आयोजित करने जा रही है। इसके लिए व्यापक पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं। परिवहन की सुविधा उसी कड़ी का हिस्सा है।

आठ चिन्हित स्थानों पर अस्थाई बस स्टेशन बनाए जाएंगे

आगामी कुंभ मेला 2025 को तीन चरणों में विभाजित किया गया है। प्रथम चरण 12 जनवरी से 23 जनवरी तक, द्वितीय चरण 24 जनवरी से 7 फरवरी एवं तृतीय चरण 8 फरवरी से 27 फरवरी के मध्य होगा। मुख्य नहान की तिथि 13 जनवरी, 14 जनवरी, 29 जनवरी, 3 फरवरी, 12 फरवरी एवं 26 फरवरी हैं, जबकि मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025 को है। इस दौरान सबसे अधिक स्नानार्थियों की भीड़ आने की संभावना है। जनहित को देखते हुए निगम अस्थाई बस स्टेशनों से सुव्यवस्थित संचालन के लिए प्रत्येक केंद्र पर क्षेत्र प्रबंधक की तैनाती करेगा। साथ ही, क्षति प्रबंधक, सहायक क्षति प्रबंधक एवं सेवा प्रबंधक भी तैनात किए जाएंगे। कुल आठ चिन्हित स्थानों पर अस्थाई बस स्टेशन बनाए जाएंगे। सात स्थानों पर चेक पोस्ट बनाई जाएगी, जिसमें लखनऊ मार्ग, अयोध्या मार्ग, कानपुर मार्ग, गोरखपुर मार्ग, वाराणसी मार्ग, मिर्ज़ापुर मार्ग एवं बांदा मार्ग शामिल होंगे। मेला अवधि में मुख्यालय पर एक सेंट्रल कंट्रोल रूम की स्थापना भी की जाएगी जो 24 घंटे कार्यरत रहेगा

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending