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उत्तर प्रदेश

उन्नाव जिले में जल्द होगी चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना, योगी सरकार दे चुकी है मंजूरी

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लखनऊ। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए उन्नाव जिले में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दे दी है। गुरुवार को उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने सचिवालय में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) इंटरनेशनल एजुकेशनल ट्रस्ट, चंडीगढ़ के प्रतिनिधियों को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए प्राधिकार पत्र सौंप दिया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को उन्नाव में स्थापित किए जाने के प्रस्ताव को कैबिनेट द्वारा बाई सर्कुलेशन मंजूरी प्रदान की गई थी। योगी सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा का लाभ मिलेगा। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का यह नया परिसर लखनऊ-कानपुर हाईवे के किनारे स्थापित होगा, जो उन्नाव और आसपास के जिलों के छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित होगा। यह विश्वविद्यालय उन्नाव जिले के ग्राम पदसंदन, परगना गोरिन्‍दा परसंदन, तहसील हसनगंज में 63.53 एकड भूमि पर निजी क्षेत्र के अन्‍तर्गत स्‍थापित किया जाएगा।

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी होगा कदम

उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने गुरुवार को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए प्राधिकार पत्र सौंपने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार का यह निर्णय प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी साबित होगा। इससे न केवल प्रदेश के छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिलेगी, बल्कि इससे प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार लगातार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और विस्तार के लिए प्रयासरत है। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की उन्नाव में स्थापना प्रदेश के शिक्षा जगत में एक नया अध्याय साबित होगी। इससे प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और गुणवत्ता में वृद्धि होगी, जो उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार और भविष्य के बेहतर अवसर लेकर आएगी। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, उन्नाव की स्थापना से छात्रों को अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली का लाभ मिलेगा। यह विश्वविद्यालय छात्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगा। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय प्रदेश के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा और उनके करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।

जारी की गई अधिसूचना

विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी द्वारा 19 सितंबर, 2024 को सीयू इंटरनेशनल एजुकेशनल ट्रस्ट के सचिव/चेयरमैन को एड्रेस करते हुए अधिसूचना जारी की गई है। इसके अनुसार, निजी क्षेत्र के अंतर्गत “चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, उन्नाव” का नाम उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) अध्यादेश, 2024 के तहत उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय अधिनियम, 2019 की अनुसूची-2 में क्रमांक 45 पर सम्मिलित किया गया है। इसके साथ ही चंडीगढ़ विश्वविद्यालय उन्नाव, उत्तर प्रदेश के संचालन की अनुमति भी प्रदान की गई है। इस अधिसूचना के तहत विश्वविद्यालय को राज्य सरकार से आधिकारिक मान्यता प्राप्त हो गई है। साथ ही विश्वविद्यालय से अपेक्षा की गई है कि वह प्राधिकार पत्र में उल्लिखित शर्तों के अधीन विश्वविद्यालय का संचालन करेगा।

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उत्तर प्रदेश

लंगड़े भेड़िए ने बनाया अपना नया झुंड, डर के साए में जीने को मजबूर लोग

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बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में आदमखोर भेड़ियों का आतंक जारी है। माता-पि‍ता अपनी और अपने बच्चों की जान को लेकर फिक्र मंद हैं। यहां पांचवें भेड़िए के पकड़े जाने के बाद अब बस एक लंगड़ा भेड़िया बचा है। यह छठा भेड़िया लगातार महिलाओं और बच्चों को अपना निशाना बना रहा है।

इस बीच बहराइच में भाजपा के विधान परिषद सदस्य पदमसेन चौधरी के फार्म हाउस पर की बुधवार शाम चार भेड़ियों का झुंड देखा गया है। स्थानीय लोगों का दावा है कि इस झुंड में एक लंगड़ा भेड़िया भी है। माना जा रहा है कि ये वही भेड़िया है जिसकी वन विभाग को तलाश है। हालांकि भेड़ियों के नए झुंड ने लोगों का डर और ज्यादा बढ़ गया है।

भाजपा के विधान परिषद सदस्य पदमसेन चौधरी ने बताया है कि सिसैया चूरामनि गांव से मात्र पांच किलोमीटर दूरी पर उनके फार्म हाउस पर बुधवार शाम चार भेड़ियों का एक झुंड देखा गया। इनमें से एक भेड़िया लंगड़ा बताया जा रहा है। ग्रामीणों ने भेड़ियों को घेरना शुरू किया तो वे हमारे मक्के के खेत से होते हुए पड़ोसी के खेत में चले गये। अब संभवतः किसी खेत में ही भेड़िए छिपे हैं। हालांकि, वन अधिकारी ने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि इस नये झुंड में आदमखोर भेड़िया शामिल होगा। अधिकारी ने कहा कि भेड़ियों का ये झुंड अगर नरभक्षी नहीं है, फिर भी इसे पकड़ने की कवायद हुई तो इसके सदस्य भेड़िये भी बदले की भावना से इंसानों पर हमलावर हो सकते हैंर और ज्यादा बढ़ा दिया है।

बहराइच के महसी तहसील अंतर्गत घाघरा नदी के कछार में स्थित 50 गांवों के हजारों लोग भेड़ियों के हमलों से दहशत में हैं। यहां आदमखोर भेड़ियों ने इस साल मार्च में सबसे पहले एक बच्चे पर हमला कर दिया था, लेक‍िन जुलाई के बाद से भेड़ियों का हमला बढ़ता जा रहा है। ये भेड़िये अक्सर घरों में सो रहे बच्चों को निशाना बनाते हैं। डेढ़ महीने में भेड़ियों का झुंड महिलाओं और बच्चों समेत दस लोगों की जान ले चुका है. इसके अलावा भेड़ियों ने 35 लोगों को घायल कर द‍िया है।

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