अन्तर्राष्ट्रीय
थाईलैंड में दर्दनाक हादसा, स्कूली बस में आग से 25 बच्चों की मौत, बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
बैंकॉक। थाईलैंड से एक दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां एक स्कूली बस में आग लग जाने से कम से कम 25 बच्चों की मौत हो गई। जबकि कई झुलसने की वजह से घायल हैं। बस में पांच टीचर्स समेत 44 छात्र मौजूद थे। फिलहाल रेस्क्यू वर्कर्स बाकी बच्चों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। आग लगने की वजह अब तक सामने नहीं आई है।
मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जाहिर की जा रही है। हादसा किस वजह से हुआ, इस बारे में अभी कोई सटीक जानकारी सामने नहीं आई है। स्थानीय लोग भी बचाव और राहत दलों के साथ आग बुझाने और पीड़ितों की मदद करने में जुटे थे।
बैंकॉक पोस्ट के अनुसार यह बस उथाई थानी में एक स्कूल से छात्रों को ले जा रही थी। इसी दौरान इसमें आग लग गई। बचावकर्मियों ने कहा कि आग की लपटों में कई युवा यात्रियों की मौत हो गई या वे घायल हो गए। जोर सोर 100 ट्रैफिक रेडियो नेटवर्क ने दोपहर 12.30 बजे ज़ीर रंगसिट शॉपिंग मॉल के पास इनबाउंड फाहोन योथिन रोड पर बस में आग लगने की सूचना दी।
फायर एंड रेस्क्यू थाईलैंड और थाई पीबीएस ने कहा कि बस 38 छात्रों और छह शिक्षकों को शैक्षिक यात्रा के लिए उथाई थानी के लैन सक जिले के वाट खाओ प्रया संगखारम से ले गई थी। उनका गंतव्य ज्ञात नहीं था। ट्रैफिक पुलिस रेडियो ने कहा कि कई यात्रियों की मौत हो गई या वे घायल हो गए।
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तनावमुक्त रहना चाहते हैं तो सोशल मीडिया से एक हफ्ते के लिए बना लें दूरी, शोध में हुआ खुलासा
नई दिल्ली। अगर आप भी तनावमुक्त और चिंतामुक्त रहना चाहते हैं तो सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक, वाट्सएप, इंस्टाग्राम से दूरी बना लें। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि एक शोध में ये बात सामने आई है। साइबरसाइकोलॉजी, बिहेवियर एंड सोशल नेटवर्किं ग जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, सोशल मीडिया से मात्र एक सप्ताह की दूरी स्वास्थ्य के लिये बेहतर साबित होती है और इससे तनाव तथा व्यग्रता के लक्षणों में कमी आती है।
बाथ यूनिवर्सिटी के मुख्य शोधकर्ता जेफ लैम्बर्ट ने कहा,हम जानते हैं कि सोशल मीडिया का बहुत इस्तमेाल होता है। इसी वजह से मानसिक स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को लेकर भी चिंता बढ़ी है। इस अध्ययन के माध्यम से हमने यह जानने की कोशिश कि क्या मात्र एक सप्ताह तक सोशल मीडिया का इस्तेमाल न करने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
उन्होंने कहा, हमने शोध में पाया कि कई प्रतिभागियों ने मात्र एक सप्ताह तक सोशल मीडिया न इस्तेमाल करने पर अपने मूड को बेहतर पाया और उनमें व्यग्रता के लक्षण भी कम दिखे। इससे पता चलता है कि सोशल मीडिया से एक छोटा सा ब्रेक भी स्वास्थ्य के लिये सकारात्मक हो सकता है।
शोध के लिये 18 से 72 साल की आयु के 154 प्रतिभागियों पर शोध किया गया। इनमें से कुछ को कहा गया कि वे पहले की तरह सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते रहें जबकि कुछ को इसे पूरी तरह बंद करने के लिये कहा गया। शोध की शुरूआत में ही सबके तनाव, चिंता और स्वास्थ्य का स्कोर ले लिया गया था। एक सप्ताह के बाद पाया गया कि जिन प्रतिभागियों ने सोशल मीडिया से दूरी बनाई थी, उनका मानसिक स्वास्थ्य दूसरे समूह के प्रतिभागियों से बेहतर था।
जिन प्रतिभागियों को सोशल मीडिया से दूर रहने के लिये कहा गया था, वे भी औसतन 21 मिनट सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे थे जबकि दूसरा समूह औसतन सात घंटे सोशल मीडिया पर था।
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