Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

मोबाइल टॉवर्स पर हाई रिजॉल्यूशन कैमरे इंस्टॉल कर होगी महाकुंभ की निगरानी

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के दौरान मेला क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर तीसरी आंख से नजर रखी जाएगी। इसके लिए आर्टिफिशियल लाइसेंस वाले सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के अलावा मोबाइल टॉवर्स पर हाई रिजॉल्यूशन वाले कैमरों को इंस्टॉल किया जाएगा। ये कैमरे इतने हाई रिजॉल्यूशन के होंगे कि संगम तट, विभिन्न घाट और प्रमुख मार्गों पर होने वाली एक-एक गतिविधि पर नजर रखेंगे और सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने में कुंभ पुलिस की मदद करेंगे। उल्लेखनीय है कि महाकुंभ के दौरान कुंभ पुलिस द्वारा पूरे मेला क्षेत्र में 2700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है, जिसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस्ड युक्त कैमरे भी शामिल हैं। वहीं

टीथर्ड ड्रोन का भी होगा इस्तेमाल

एसएसपी महाकुंभ राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुंभ 2025 में भारी पैमाने पर श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। खासतौर पर प्रमुख स्नान के दौरान ये संख्या करोड़ों में पहुंच सकती है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। इसी क्रम में कुंभ पुलिस पहली बार तीन से चार टीथर्ड कैमरों का इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। ये कैमरे एक बड़े बलून के साथ रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किए जाते हैं, जहां से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख सकेंगे। हालांकि, इन कैमरों को 6 से 7 घंटे में एक बार नीचे लाना जरूरी होता है। ऐसे में मोबाइल टॉवर्स पर हाई रिजॉल्यूशन वाले कैमरों को लगाने की योजना है। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम होंगे।

प्रमुख स्थलों की होगी निगरानी

उन्होंने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में मोबाइल टॉवर्स लगाने का कार्य प्रगति पर है। इनमें ऐसे टॉवर्स चिह्नित किए जाएंगे जो प्रमुख स्थलों के करीब हों। जैसे संगम तट, वो घाट जहां सर्वाधिक भीड़ होगी और प्रमुख मार्ग जहां से सर्वाधिक श्रद्धालुओं का आवागमन होगा। इन्हीं चिह्नित टॉवर्स पर ये हाई रिजॉल्यूशन कैमरे इंस्टॉल किए जाएंगे। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाएंगे। इससे कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। उन्होंने बताया कि अभी कितने कैमरे लगाए जाएंगे, ये सुनिश्चित नहीं है लेकिन जल्द ही इसकी रूपरेखा तैयार कर महाकुंभ मेला की शुरुआत से पहले इन्हें क्रियान्वित कर लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप महाकुंभ 2025 को पूरी तरह सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए कुंभ पुलिस प्रतिबद्ध है। सुरक्षा की दृष्टि से हर एक पहलू पर बारीकी से काम किया जा रहा है। कुंभ की निगरानी इसका महत्वपूर्ण पहलू है, जिसमें हम कई इनोवेटिव आइडियाज पर कार्य कर रहे हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

भगवान रामलला के मंदिर में मुख्यमंत्री ने जलाए श्रद्धा के दीप

Published

on

Loading

अयोध्या|  22 जनवरी 2024 को रामलला 500 वर्ष बाद अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान हुए। इसके बाद 30 अक्टूबर को पहला दीपोत्सव हुआ, जब लला स्वयं के महलों में विराजमान होकर अपनी नगरी को अपलक निहारते रहे। अयोध्या का सौंदर्य देख रामलला खुद भी भाव-विह्वल हो उठे। योगी सरकार के आठवें दीपोत्सव में राममंदिर की अनुपम छटा हर किसी को आह्लादित कर रही थी।

रामलला की मौजूदगी में बुधवार को पहला दीपोत्सव मनाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार शाम श्रीराम मंदिर भी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का दर्शन किया, फिर उनके चरणों में श्रद्धा निवेदित की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने प्रभु के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किए। बाहर भी मुख्यमंत्री ने पांच-पांच दीप जलाए। वहीं मंदिर प्रांगण में हजारों दीप प्रज्ज्वलित किए गए।

श्रीराम मंदिर में दीप प्रज्ज्वलन के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, श्रीराम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी अनिल मिश्र, गोपाल जी, विनोद जी आदि भी रहे।

Continue Reading

Trending