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उत्तर प्रदेश

हस्तशिल्पियों के हुनर के ब्रांड अंबेसडर मोदी -योगी ने जीआई उत्पादों को दिलाया अंतरराष्ट्रीय बाज़ार

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वाराणसी| देश की सदियों पुरानी हस्तशिल्प कला ग़ुलाबी मीनाकारी के उत्पादों के आगे दीपावली में सोने- चांदी की चमक कम पड़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जीआई और ओडीओपी उत्पादों को उपहार स्वरूप देने के अपील की गई है। अब इसकी मांग भारत ही नहीं, बल्कि विश्व में भी बढ़ गई है। दीपावली में उपहार देने के लिए गुलाबी मीनाकारी के प्रोडक्ट्स की मांग विदेशों से भी आ रही है। गुलाबी मीनाकारी से जुड़े हस्तशिल्पियों को दीपावली में विदेश से आर्डर मिला है। कैलिफोर्निया, फ्रांस और दुबई आदि देशों से भी जीआई उत्पाद में शामिल गुलाबी मीनाकारी के आर्डर मिले हैं। दीपावली में लगभग 4 से 5 करोड़ से अधिक का आर्डर मिला है। इसके साथ ही गुलाबी मीनाकारी से जुड़े हस्तशिल्पियों को साल भर करोड़ों का आर्डर मिलता रहता है।

दीपावली में मिले हैं चार से पांच करोड़ के ऑर्डर

हस्तशिल्पियों के हुनर के ब्रांड अंबेसडर मोदी -योगी ने जीआई उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार दिलाया है। गुलाबी मीनाकारी की मांग कॉरर्पोरेट जगत से लेकर विदेशों तक से हो रही है। नेशनल अवार्डी कुंज बिहारी ने बताया कि दीपावली में गणेश जी की मूर्तियों के ऑर्डर सर्वाधिक हैं। इसके अलावा मोर, हाथी, शंख, ऑर्नामेंट आदि की डिमांड भी ज्यादा है। सिर्फ दीपावली में ही देश और विदेश से गुलाबी मीनाकारी के शिल्पियों के पास लगभग 4 से 5 करोड़ का ऑर्डर है। इसके अलावा हस्तशिल्पियों को साल भर के लिए भी अच्छा आर्डर मिला है। सोने,चांदी और हीरे के काम के होने के कारण ग़ुलाबी मीनाकारी के उत्पाद की क़ीमत हजारों से लेकर लाखों तक होती है।

महिलाएं बन रहीं आत्मनिर्भर

हस्तशिल्पी बाबू सोनी, लोकेश सिंह बताते हैं कि कॉरपोरेट कंपनियां उपहार देने के लिए बल्क में आर्डर देती है। दीपावली के समय बाज़ार में ग़ुलाबी मीनाकारी के उत्पादों की मांग बढ़ जाती है। इसे पूरा करने मे महिलाओं और लड़कियों की ख़ास भूमिका होती है। पढ़ाई और घर के कामों के साथ महिलाएं हस्तकला कला के इस नायब हुनर से आत्मनिर्भर बन रही है। हस्तशिल्पी विजय कुमार ने बताया कि वे सरकार की मदद से गुलाबी मीनाकारी के क्राफ्ट को बढ़ाने और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए समय-समय पर चलने वाले ट्रेनिंग प्रोग्राम में महिलाओं को प्रशिक्षण देते रहते हैं।

कैलिफोर्निया के लोगों ने भी पहले ही कर दिया है ऑर्डर

कैलिफोर्निया में रहने वाली एनआरआई मधु गुप्ता का अपना स्टोर है। उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार ने भारत की हस्तशिल्प कला को पुनः विदेशों तक पहुंचा दिया है। गुलाबी मीनाकारी जैसी सदियों पुरानी हस्तशिल्प कला की विदेशों में मांग बढ़ती जा रही है। दीपावली में गिफ्ट देने के लोग लिए इसे पसंद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसकी डिमांड को देखते अपने स्टोर के लिए पहले ही आर्डर कर दिया था।

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उत्तर प्रदेश

कानपुर-उन्नाव को जोड़ने वाला 150 साल पुराना ब्रिटिश कालीन पुल ढहा, किसी तरह की जनहानि नहीं

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उन्नाव। उन्नाव-कानपूर को जोड़ने वाला गंगा नदी पर बना ब्रिटिश शासनकाल का ऐतिहासिक पुल मंगलवार को ढह गया। गनीमत रही कि पुल तीन साल पहले ही जर्जर स्थिति के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया था, जिसके कारण किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।

कानपुर-उन्नाव को जोड़ने वाला यह पुल कभी लोगों की लाइफ लाइन था और हजारों लोग इसी पुल के जरिए हर रोज आवागमन करते थे।2021 में पुल जर्जर होने के कारण इस पर चलने वाले आवागमन बंद कर दिया गया था। यह पुल को ब्रिटिश काल में 1874 में अवध एंड रूहेलखंड लिमिटेड कंपनी ने बनवाया गया था। रेजीडेंट इंजीनियर एसबी न्यूटन और असिस्टेंट इंजीनियर ई. वेडगार्ड की देखरेख में 800 मीटर लंबा यह पुल तैयार हुआ था। पुल की आयु 100 वर्ष बताई गई थी, लेकिन यह 150 साल तक खड़ा रहा। इसके बाद पुल की संरचना में गिरावट आनी शुरू हो गई थी।

पुल की संरचना में बड़ी दरारें आने के बाद 5 अप्रैल 2021 को मध्यरात्रि में इसे बंद कर दिया गया। दरारें खासतौर पर पुल की कानपुर तरफ की कोठियों 2, 10, 17 और 22 नंबर की कोठियों में आई थीं। पुल को फिर से चालू करने के लिए इंजीनियरों ने जांच की थी और इस पर आवागमन को चालू रखने लायक नहीं बताया था। पुल पर आवागमन बंद करने के लिए उन्नाव और कानपुर की तरफ पुल पर दीवार खड़ी कर दी गई थी।

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