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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ से पहले अलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन की क्षमता होगी दोगुनी

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प्रयागराज |  संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले महाकुंभ की तैयारियां पूरे शहर में तेजी से चल रही हैं। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप न केवल महाकुंभ क्षेत्र के लिए विश्वस्तरीय व्यवस्थाएं की जा रही हैं, बल्कि प्रयागराज शहर में भी कई स्थाई निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है। जिनका लाभ प्रयागराज निवासियों को आने वाले वर्षों में भी मिलता रहेगा। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश जल निगम नगरीय, प्रयागराज के अलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन की क्षमता लगभग दोगुनी करने का कार्य कर रहा है। जिससे आने वाले दिनों में प्रयागराज के कई मोहल्लों में सीवर की समस्या का निदान हो जाएगा। इसके साथ ही जल निगम नगरीय के सहयोग से कई अस्थाई एसटीपी का भी निर्माण हो रहा है।

सीवर ड्रेनेज की समस्या का होगा निस्तारण

महाकुंभ के पहले यूपी सरकार के कई विभाग मिल कर प्रयागराज में विश्वस्तरीय सुविधाओं का निर्माण कर रहे हैं। इसी दिशा में यूपी जल निगम नगरीय, प्रयागराज में कई प्रोजेक्ट्स चला रहा है। इनमें से आलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन की क्षमता का विस्तारीकरण एक बड़ा प्रोजेक्ट है। विभाग के अधिशासी अभियंता सौरभ कुमार ने बताया कि अलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन की ट्रीटमेंट क्षमता को 45 एमएलडी से बढ़ा कर 80 एमएलडी किया जा रहा है। जो कि पहले की तुलना में लगभग दोगुनी है। सीएम योगी के निर्देश के मुताबिक ये कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा। जिसके बाद प्रयागराज के अलोपीबाग, दारागंज, सोहबतियाबाग, अल्लापुर, किदवई नगर और मोरी नाला के सीवर ड्रेनेज की समस्या का निस्तारण हो जाएगा।

अंतिम चरण में है कार्य

अधिशासी अभियंता ने बताया कि लगभग 18 करोड़ की लागत से हो रहे विस्तारीकरण का कार्य अपने अंतिम चरण में हैं। पम्पिंग स्टेशन के न्यू सम्प ने कार्य करना शुरू कर दिया है, जल्द ही ओल्ड सम्प भी कार्य करने लगेगा। जिसके बाद इस क्षेत्र के पूरे सीवर वेस्टेज को सम्प से पम्प कर राजापुर एसटीपी पर भेजा जाने लगेगा। जहां से ट्रीटेड पानी नदी में गिराया जाएगा। इससे न केवल क्षेत्र के लोगों बल्कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के अतिरिक्त दबाव का भी आसानी से सामना किया जा सकेगा।

सहयोग की अपील

इसके साथ ही अधिशासी अभियंता ने क्षेत्रवासियों से सहयोग की अपील की है। उनका कहना है कि निर्माण कार्य के कारण क्षेत्रवासियों को 30 नवंबर तक कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कार्य पूरे होने के बाद लंबे समय से अलोपीबाग और आसपास के मोहल्लों की सीवर चोकिंग की समस्या पूरी तरह दूर हो जाएगी।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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