Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

उत्तराखंड के देहरादून में बड़ा सड़क हादसा, 6 लोगों की मौत

Published

on

Loading

उत्तराखंड। उत्तराखंड के देहरादून में बड़ा सड़क हादसा हो गया। देहरादून शहर के ओएनजीसी चौक के पास हादसा ट्रक और इनोवा कार की टक्कर हो गई, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई। वहीं, एक घायल को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, एक इनोवा को कंटेनर ने टक्कर मार दी जिसके बाद कार के परखच्चे उड़ गए हैं।

कंटेनर का ड्राइवर गिरफ्तार

देहरादून के एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने इस घटना पर बयान जारी किया है। एसपी सिटी ने बताया कि यह हादसा कल रात 2 बजे ओएनजीसी चौराहे के पास हुआ है। इनोवा कार को टक्कर मारने वाले कंटेनर के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक यात्री जो बचा है उसकी हालत गंभीर बनी हुई है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

जिस इनोवा कार की कंटेनर से टक्कर हुई उसमें 7 लोग सवार थे। इनमें से 6 लोगों की मौत हो गई है और 1 अस्पताल में भर्ती है। जानकारी के मुताबिक, हादसे की शिकार कार बल्लूपुर की तरफ से कैंट की ओर जा रही थी।

 

उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

Published

on

Loading

उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

Continue Reading

Trending