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खेल-कूद

पीएम मोदी से मिले युवा चेस वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बिजी शेड्यूल में से समय निकालकर दुनिया के सबसे युवा चेस वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश से मुलाकात की है। इस दौरान PM ने डी गुकेश की तारीफ में बड़ी बातें कहीं।

बता दें कि 18 साल के डी गुकेश हाल ही में सिंगापुर में आयोजित हुई 2024 वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के फाइनल में डिफेंडिंग चैंपियन चीन के चेस ग्रैंड मास्टर डिंग लिरेन को हराकर इतिहास रचा था। दरअसल वो सबसे क्रम के वर्ल्ड चेस चैंपियन बने थे। गुकेश से पहले नॉर्वे के मैगनस कार्लसन 22 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियन बने थे। डी गुकेश ने फाइनल में 14वीं बाजी में डिंग लिरेन को करारी शिकस्त दी थी और खिताब अपने नाम किया था।

पीएम मोदी से मिले डी गुकेश

बता दें कि डी गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन के हराकर वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया था। 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर गुकेश चीन के डिंग लिरेन को 14वीं और अंतिम बाजी में हराया और विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। इतना ही नहीं डी.गुकेश इस खिताब को जीतने वाले सबसे युवा शतरंज खिलाड़ी बन गए हैं। बता दें कि गुकेश विश्वनाथ आनंद के बाद यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाले पहले भारतीय भी बन गए हैं। विश्व चैंपियन बनने के बाद गुकेश अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सकें और आंखों से उनके खुशी के आंसू निकलने लगे। बता दें कि इस साल की शुरुआत में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने के बाद वह विश्व खिताब के लिए चुनौती पेश करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे।

डी. गुकेश बोले- मेरा सपना पूरा हो चुका है

डी. गुकेश ने विश्व चैपियन बनने के बाद कहा कि वह पिछले 10 सालों से इस पल का सपना देख रहे थे और उन्हें खुशी है कि उनका यह सपना पूरा हो चुका है। बता दें कि इससे पूर्व रूस के दिग्गज गैरी कास्पारोव सबसे कम उम्र के चेस चैंपियन बने थे, जब उन्होंने साल 1985 में अनातोली कार्पोव को हराकर 22 साल की उम्र में खिताब जीता था। इस साल की शुरुआत में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट को जीतने के बाद गुकेश ने विश्व खिताब के लिए सबसे कम उम्र के चैलेंजर के रूप में प्रवेश किया था। वह दिग्गज विश्वनाथन आनंद के बाद ये खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। बात साल 2013 में आखिरी बार पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथ आनंद यह खिताब जीता था।

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चैंपियंस ट्रॉफी 2025 : न्यूजीलैंड ने जीता 60 रनों से पहला मैच

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नई दिल्ली। न्यूजीलैंड आईसीसी टूर्नामेंट में हमेशा से एक ऐसी टीम मानी जाती है जिसको किसी भी परिस्थिति में कोई भी विरोधी टीम हल्के में लेने की भूल कभी नहीं कर सकती। कीवी टीम ने ऐसा ही कुछ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के अपने पहले मुकाबले में दिखाया जहां उन्होंने मेजबान पाकिस्तान को कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले गए मैच को एकतरफा 60 रनों से जीता और प्वाइंट्स टेबल में अपना खाता भी खोला। इस मुकाबले में कीवी टीम की तरफ से बल्लेबाजी में उनके अनुभवी प्लेयर्स में शामिल टॉम लेथम ने अहम भूमिका अदा की जिसमें उनके बल्ले से बेहतरीन शतकीय पारी देखने को मिली। लेथम को मुकाबले के बाद उनकी इस शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी मिला जिसके साथ ही वह एक खास लिस्ट का भी हिस्सा बन गए।

अब जरा समीकरण समझते हैं। भारत का पहला मुकाबला गुरुवार को बांग्लादेश क खिलाफ होगा। उम्मीद की जानी चाहिए कि टीम इंडिया ये मैच जीत जाएगी। यानी इससे उसके भी चार हो जाएंगे। वहीं न्यूजीलैंड को भारत और बांग्लादेश से मुकाबला करना है। इसमें से एक मैच तो न्यूजीलैंड जीत ही जाएगी। यानी अ​ब भारत के ग्रुप से सेमीफाइनल में एंट्री करने की सबसे बड़ी दावेदार न्यूजीलैंड की टीम है। पाकिस्तान को अब अपने बचे हुए दो मैच तो जीतने ही होंगे, साथ ही ये भी उम्मीद करनी होगी कि एक टीम के अलावा कोई दूसरी टीम चार अंक तक ना पहुंचे। अगर दो टीमों के अंक बराबर रहते हैं तो सेमीफाइनल का फैसला नेट रन रेट के आधार पर होगा। न्यूजीलैंड से 60 रन से हार के बाद पाकिस्तान को एनआरआर का भी भारी नुकसान हुआ है। कुल मिलाकर पाकिस्तान के लिए आगे की राह ​कठिन ही नजर आती है।

चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड की टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना अजेय रिकॉर्ड इस मुकाबले के साथ कायम रखा जिसमें उन्होंने पहली बार उन्हें जहां साल 2000 में मात दी थी तो वहीं ये दोनों टीमों के बीच चौथी भिड़ंत थी जिसमें उन्होंने चौथी बार इस टूर्नामेंट में मात दी है। कीवी टीम को अब चैंपियंस ट्रॉफी में अपना अगला मैच 24 फरवरी को बांग्लादेश की टीम के खिलाफ खेलना है, जिसमें यदि वह जीत हासिल करते हैं तो सेमीफाइनल के लिए अपनी जगह को लगभग पक्का कर लेंगे।

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