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उत्तर प्रदेश

अंतिम पायदान के व्यक्ति तक सुविधा पहुंचाने को सरकार प्रयत्नशील : सीएम योगी

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज में अंतिम पायदान के व्यक्ति तक सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास होना चाहिए। सरकार इस दिशा में पूरी प्रतिबद्धता से प्रयत्नशील है। सरकार का यह संकल्प है कि भीषण शीतलहर में कोई भी व्यक्ति खुले में सोने और ठंड से ठिठुरने को मजबूर न हो। इसके लिए आश्रय गृहों की व्यवस्था, कंबल वितरण सहित सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं।

सीएम योगी शुक्रवार पूर्वाह्न ट्रांसपोर्ट नगर में नगर निगम द्वारा 2 करोड़ 17 लाख रुपये की लागत से बनाए गए नवीन आश्रय गृह (रैन बसेरा) का लोकार्पण करने और गरीबों-असहायों के बीच कंबल व भोजन पैकेट वितरित करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रैन बसेरे के लोकार्पण और यहां उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि भीषण शीतलहर में आश्रयविहीन को आश्रय मिल जाए, यह सबसे बड़ा पुण्य है। ट्रांसपोर्ट नगर के रैन बसेरे से पहले शहर में कई आश्रय गृह पहले से संचालित हैं।

कंबल वितरण के लिए हर जिले में पर्याप्त धनराशि जारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशभर में जरूरतमंद लोगों को भीषण ठंड से बचाने के लिए राजस्व विभाग के माध्यम से सभी जिलों को कंबल वितरण के लिए पर्याप्त धनराशि जारी की गई है। हर जिले में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से पर्याप्त संख्य में कंबल वितरण हो रहे हैं। इसमें धर्मार्थ संस्थाएं भी आगे आई हैं। यह सबकी जिम्मेदारी होती है कि हम हर जरूरतमंद व्यक्ति की विपत्ति में उसके साथ खड़े रहें। सीएम योगी ने कहा कि कुछ दिनों तक शीतलहर का यह दौर जारी रह सकता है। ऐसे में हमें स्वस्थ जीवन के लिए सबको सावधानी और बचाव के उपायों के प्रति लोगों को प्रेरित करने की जरूरत है।

खुले में कोई न सोए, इसे नागरिक भी देखें

मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन-प्रशासन ने आश्रय गृहों की व्यवस्था दी है। खुले में आसमान के नीचे, सड़क के किनारे फुटपाथ पर कोई खुले में न सोए, यह देखना जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की भी जिम्मेदारी है। यदि कोई बाहर से आया आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति, मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति या शहर में काम की तलाश में आए कामगार-मजदूर, रिक्शा वाले खुले में सोते मिले तो पूरी सम्वेदना से उसे आश्रय गृह पहुंचाने की पहल होनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपदा के समय, भीषण सर्दी, बाढ़, भीषण गर्मी जैसी स्थितियों में आश्रय गृह बेहद उपयोगी साबित होते हैं। इस अवसर पर उन्होंने सुरक्षा के ध्यान को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन तो सुरक्षा की जिम्मेदारी उठा ही रहे हैं, समाज के लोगों को भी देश के दुश्मनों से सावधान रहना होगा।

जो लोग बच जाएं, उन्हें भी उपलब्ध कराएं कंबल

रैन बसेरे के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में करीब एक हजार लोगों के बीच कंबल और भोजन के पैकेट वितरित किए गए। कई लोगों को मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथों से कंबल और भोजन के पैकेट प्रदान किए। इस दौरान उन्होंने बच्चों को चॉकलेट और दुलार कर आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि यहां जो लोग भी कंबल पाने से बच जाएं, उनके नाम नोट कर लिए जाएं। कार्यक्रम के बाद उन तक भी कंबल पहुंचना सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, महानगर के कई पार्षद, जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।

व्हीलचेयर पर बच्चे को देख भावुक हो गए सीएम योगी

कंबल वितरण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर जैसे ही मेवातीपुर से आई अनीता रानी और उनके साथ व्हीलचेयर पर बैठे उनके पुत्र 11 वर्षीय अर्जित पर पड़ी तो वह भावुक हो गए। उनके यह पूछने पर कि बच्चे को क्या हो गया है, अनीता ने बताया कि बचपन से ही न्यूरो की प्रॉब्लम होने से अर्जित चल फिर या बोल नहीं पाता है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर को दिखाइए, इलाज कराइए। हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ की वेबसाइट पर आए 183 देशों के 33 लाख से ज्यादा यूजर्स

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महाकुम्भ नगर। मानवता की अमूर्त विरासत के रूप में प्रसिद्ध सनातन संस्कृति के सबसे बड़े मानव समागम महाकुम्भ 2025 को लेकर सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों में जिज्ञासा है। अपनी जिज्ञासा को शांत करने के लिए लोग इंटरनेट पर विभिन्न वेबसाइट्स और पोर्टल के जरिए महाकुम्भ के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। इस जिज्ञासा का सबसे बड़ा समाधान उन्हें महाकुम्भ की आधिकारिक वेबसाइट https://kumbh.gov.in/ पर आकर मिल रहा है। वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार 4 जनवरी तक 183 देशों के 33 लाख से ज्यादा लोगों ने वेबसाइट पर आकर महाकुम्भ के विषय में जानकारी हासिल की है। इन देशों में यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका समेत सभी कांटिनेंट्स के लोग शामिल हैं।

प्रतिदिन लाखों यूजर्स आ रहे वेबसाइट पर

महाकुम्भ की वेबसाइट को हैंडल कर रही टेक्निकल टीम के प्रतिनिधि के अनुसार 4 जनवरी तक के डाटा के अनुसार अब तक 33 लाख 5 हजार 667 यूजर्स वेबसाइट पर आ चुके हैं। ये सभी यूजर्स भारत समेत पूरी दुनिया के 183 देशों से है। इन 183 देशों में से भी 6206 शहरों से वेबसाइट पर लोग आए हैं और उन्होंने यहां काफी समय भी बिताया है। वेबसाइट पर आने वाले टॉप-5 देशों की बात करें तो पहला नंबर निश्चित रूप से भारत का है, जबकि अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और जर्मनी से भी लाखों लोग प्रतिदिन वेबसाइट पर आकर महाकुम्भ के बारे में जानकारियां जुटा रहे हैं। टेक्निकल टीम के अनुसार वेबसाइट के शुभारंभ के बाद से बड़ी संख्या में लोग वेबसाइट पर आ रहे हैं। हालांकि, जैसे-जैसे महाकुम्भ करीब आ रहा है वैसे-वैसे यूजर्स की संख्या लाखों में पहुंचती जा रही है।

6 अक्टूबर को सीएम योगी ने किया था वेबसाइट का शुभारंभ

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस महाकुम्भ को डिजिटल महाकुम्भ के रूप में प्रस्तुत कर रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई डिजिटल प्लेटफॉर्म्स बनाए गए हैं। इसी में एक महाकुम्भ की आधिकारिक वेबसाइट भी है, जिसका शुभारंभ 6 अक्टूबर 2024 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां प्रयागराज में किया था। इस वेबसाइट पर श्रद्धालुओं के लिए महाकुम्भ से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध कराई गई हैं। इसमें कुम्भ से जुड़ी परंपराओं, कुम्भ की महत्ता, आध्यात्मिक गुरुओं के साथ-साथ कुम्भ पर किए गए अध्ययन की विस्तृत जानकारियां दी गई हैं। यही नहीं, महाकुम्भ के दौरान प्रमुख आकर्षण, प्रमुख स्नान पर्व, क्या करें-क्या नहीं और कलाकृतियों को विस्तार से बताया गया है। इसके अतिरिक्त ट्रैवल और स्टे, गैलरी, क्या नया हो रहा है समेत समूचे प्रयागराज के विषय में बताया गया है।

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