Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ का आज तीसरा दिन, लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचे

Published

on

Loading

महाकुंभ  नगर। दुनिया में आस्था के सबसे बड़े संगम महाकुंभ का आज तीसरा दिन है। प्रयागराज में हो रहे इस विशाल आयोजन में पहुंचे लाखों भक्त पवित्र माघ महीने में कल्पवास कर रहे हैं। संगम तट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद है, जो त्रिवेणी में स्नान करने के लिए घाटों पर पहुंची हुई है। महाकुंभ की शुरुआत से ही रोजाना लाखों लोग संगम की रेती पर आकर मां गंगा की आरती में शामिल हो रहे हैं, और पूरा संगम तट भक्ति में लीन है।

मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

बता दें कि मंगलवार को मकर संक्रांति के मौके पर करोड़ों लोगों ने साधु-संतों के साथ संगम की रेती पर पहला अमृत स्नान किया। इस विशेष अवसर पर 13 अखाड़ों के साधु-संतों ने बारी-बारी से स्नान किया। मकर संक्रांति के विशेष पर्व पर करीब 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, सोमवार को पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर 1.65 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंचे थे। इस तरह, 2 दिनों में कुल 5.15 करोड़ लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं।

प्रयागराज में आस्था और संस्कृति का अद्भुत संगम

प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में आस्था और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। मकर संक्रांति पर संगम तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा था। इस दौरान श्रद्धालु भगवान की भक्ति में डूबे हुए थे, और पूरे तट पर भगवा रंग की छटा बिखरी हुई थी। इस बार का महाकुंभ विशेष है क्योंकि 144 साल बाद अद्भुत संयोग बना है। संगम तट के 4,000 हेक्टेयर क्षेत्र में श्रद्धालुओं का सैलाब देखा जा रहा है। महाकुंभ में स्नान के साथ साधु-संतों ने सनातन धर्म की रक्षा का संकल्प भी लिया।

हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर की गई पुष्पवर्षा

संगम तट पर साधु-संतों के जुलूस और स्नान के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। श्रद्धालु महाकुंभ के इस ऐतिहासिक अवसर को उत्साह और भक्ति के साथ मना रहे हैं। महाकुंभ सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक संस्कार है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को मिलता है।

उत्तर प्रदेश

हेलमेट के बिना पेट्रोल देने से किया इंकार, बिजली कर्मचारी ने काटी पेट्रोल पंप की लाइट

Published

on

Loading

हापुड़। यूपी के हापुड़ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक बिजली कर्मचारी ने एक पेट्रोल पंप की बिजली इसलिए गुल कर दी क्योंकि जब वह पेट्रोल भरवाने पेट्रोल पंप पर गया तो कर्मचारी ने हेलमेट के बिना उसे पेट्रोल नहीं दिया।

क्या है पूरा मामला?

यूपी के हापुड़ से बिजली कर्मचारी की मनमानी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के परतापुर रोड पर स्थित भारत पेट्रोलियम के एक पेट्रोल पंप पर बिजली कर्मचारी और पेट्रोल पंप कर्मियों में विवाद हो गया। विवाद की वजह जिलाधिकारी का वह आदेश बना, जिसके चलते बिना हेलमेट के किसी भी दो पहिया वाहन को पेट्रोल न देने के निर्देश जारी हुए हैं।

मामला 13 जनवरी का है, जब बिना हेलमेट पेट्रोल पंप पर पहुंचे बिजली कर्मी को पेट्रोल पंप कर्मचारियों ने पेट्रोल देने से मना कर दिया। दोनों में कुछ देर विवाद हुआ लेकिन पेट्रोल पंप कर्मचारियों ने बिना हेलमेट के पेट्रोल देने से मना कर दिया। इसके बाद बिजली कर्मचारी ने नाराज होकर पेट्रोल पंप के पास स्थित एक खंभे पर चढ़कर पेट्रोल पंप की ही लाइन काट दी।

पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में स्थित इस पेट्रोल पंप की बिजली काटते ही सारा कामकाज ठप हो गया और इसके बाद पेट्रोल पंप कर्मचारियों ने अपने मालिक को पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद उच्च अधिकारियों द्वारा हस्तक्षेप करने के बाद बिजली कर्मचारी ने अपनी गलती मानते हुए लाइन को वापस जोड़ दिया। इसके बाद जाकर विवाद शांत हुआ।

पेट्रोल पंप पर तैनात एक कर्मचारी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि डीएम के आदेश के बाद बिना हेलमेट पेट्रोल देने की मनाही है। इसी वजह से बिजली विभाग के कर्मचारी को पेट्रोल नहीं दिया गया था। बिना हेलमेट होने के कारण जब उन्हें पेट्रोल नहीं दिया गया तो वह नाराज हो गया और उसने पास ही स्थित खंबे पर चढ़कर पेट्रोल पंप की बिजली काट दी। इसके बाद मालिक को सूचना दी गई और करीब 20 से 30 मिनट तक पेट्रोल पंप का कामकाज ठप रहा। इस मामले में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति पेट्रोल पंप के पास स्थित खंबे पर चढ़कर लाइन काटता हुआ नजर आ रहा है। इस मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा जांच के आदेश दिए गए हैं।

 

 

 

Continue Reading

Trending