Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

सीएम मोहन यादव का बड़ा फैसला, धार्मिक शहरों में बंद होगी शराब बिक्री

Published

on

Loading

मध्य प्रदेश। उज्जैन और महेश्वर समेत 16 धार्मिक शहरों में एमपी की मोहन सरकार पूर्ण रूप से शराबबंदी करने जा रही। सीएम मोहन यादव ने इस संदर्भ का ऐलान किया है। बता दें कि एमपी में शराबबंदी का ऐलान करने से पहले सीएम मोहन यादव पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती से मिले थे। बता दें कि शराबबंदी के ऐलान के बीच मोहन सरकार नई शराब नीति में शराब सस्ती करने की भी तैयारी भी कर रही है।

नई शराब नीति में होगा प्रावधान

फरवरी 2025 से पहले आने वाली नई शराब नीति में ऐसा प्रावधान होगा, जिसके मुताबिक उज्जैन और महेश्वर समेत 16 धार्मिक शहरों में शराबबंदी रहेगी। इसके बाद ऐसे शहरों की सीमा में नई दुकानें नहीं खुलेंगी। पुरानी दुकानों को बंद कराया जाएगा। बाहर से शराब लाकर बेचने वालों को सजा मिलेगी।

सस्ती होगी शराब

इसके लिए नई आबकारी नीति 2025-26 तैयार हो गई है। इसके मुताबिक एमपी में शराब 10-15 फीसद तक सस्ती हो सकती है। नई आबकारी नीति के प्रस्तावित ड्राफ्ट को सोमवार को कैबिनेट सब कमेटी में मंजूरी दे दी गई। बुधवार को इसे कैबिनेट में लाने की तैयारी है।
पहले भी की जा चुकी है शराब बंदी की घोषणाएं
इसके पहले की दो सरकारें भी अलग-अलग स्वरूपों में शराबबंदी की बात करती रही है। तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह ने 2016-17 में कहा था कि नर्मदा नदी के 5 किमी के दायरे में शराबबंदी करेंगे। यह नर्मदा क्षेत्र के 20 जिलों में अभी लागू है। उज्जैन समेत धार्मिक शहरों में मुय स्थानों से 100 से 200 मीटर दायरे में पाबंदी थी। हालांकि 95% जगह पालन नहीं हो रहा।

यह बोले मुख्यमंत्री

-धार्मिक नगरों में साधु-संतों ने शराब दुकानें बंद करने के सुझाव दिए हैं, उनका परीक्षण करवा रहे हैं।
-धार्मिक नगरों का वातावरण प्रभावित होने संबंधी शिकायतें भी मिल रही हैं। प्रयास है कि धार्मिक नगरों की पवित्रता बनी रहे इसलिए राज्य सरकार नीति में सुधार कर धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू करने पर विचार कर रही है।
-सरकार जल्द निर्णय लेकर इस दिशा में ठोस कदम उठाएगी।

उमा भारती से मिले सीएम

नशे के खिलाफ पूर्व मुयमंत्री उमा भारती ने भी अपने कार्यकाल में नशे को खत्म करने पर काम किया। उनकी हाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात हुई। उमा ने उनका सम्मान भी किया। सूत्रों के मुताबिक मुलाकात में शराबबंदी पर चर्चा हुई। उमा भारती शिवराज सरकार में शराब दुकान पर काफी मुखर हो गईं थी। उन्होंने राजधानी भोपाल में एक दुकान पर पत्थर फेंक विरोध जताया था।

सरकारी सूची में ये हैं पवित्र शहर

– ओंकारेश्वर (खंडवा)
– मंडला शहर
– पन्ना नगर
– दतिया
– जबलपुर शहर
– चित्रकूट (सतना)
– मैहर
– सलकनपुर (सीहोर)
– महेश्वर (खरगोन)
– अमरकंटक (अनूपपुर)
– उज्जैन ठ्ठ मुलताई (बैतूल)
– मंडलेश्वर (खरगोन)
– पशुपतिनाथ मंदिर, (मंदसौर)
– ग्वारीघाट, (जबलपुर)
– बरमान घाट, (नरसिंहपुर)

नई नीति में अवैध शराब रोकने पर फोकस

नई नीति में पूरा फोकस इस बात पर किया गया है कि एमपी में आने वाली अवैध शराब को कैसे भी रोका जाए। इसके लिए पड़ोसी राज्योंं में शराब की कीमतों का विश्लेषण किया गया। सामने आया कि यूपी के मुकाबले एमपी में शराब 35 फीसद तक महंगी है। इसीलिए फॉर्मूला निकाला गया कि एमपी में शराब की कीमतें पड़ोसी राज्यों में शराब की कीमत में 15 फीसद से ज्यादा अंतर ना हो।

 

Continue Reading

अन्य राज्य

महाराष्ट्र के पुणे में बड़ा सड़क हादसा, 9 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पुणे। महाराष्ट्र के पुणे के नारायणगांव इलाके से एक भयानक हादसे की खबर सामने आई है. सड़क दुर्घटना में 9 लोगों की मौत हो गई. यह दुर्घटना तब हुई जब एक ट्रक ने पीछे से एक कार को टक्कर मार दी. ट्रक से जोरदार टक्कर लगने के बाद कार एक बस (जो वहां खड़ी थी) से टकरा गई.

यह सड़क हादसा पुणे नासिक राजमार्ग की है. यह दुर्घटना शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे नारायणगांव के निकट हुई. दरअसल, एक आयशर टेम्पो ने पीछे से सवारियों को ले जा रही मैक्स ऑटो गाड़ी को टक्कर मार दी. टक्कर इतना जोरदार था कि मैक्स ऑटो गेंद की तरह उछलकर एक बस से टकरा गई.

हादसे में 3 घायल

पुणे के इस दर्दनाक हादसे में चार महिलाएं, चार पुरुष और एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई. तीन अन्य घायल हैं. घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. पुणे प्रशासन की ओर से बताया गया है कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है. इससे मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है.

चालक की लापरवाही आई सामने

विधायक शरद सोनवणे भी सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंचे और इस हादसे का जायजा लिया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नारायणगांव में यह दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना घटी है. यह बहुत ही गंभीर दुर्घटना है.

विधायक सोनवणे ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि आयशर कार ने एक यात्री वाहन को टक्कर मारी और भाग गई. पुलिस ने आयशर को जब्त कर लिया है.

विधायक शरद सोनवणे ने बताया कि वास्तविक दुर्घटना आयशर चालक के कारण हुई थी. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि वास्तव में क्या हुआ था? उन्होंने आगे कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों को बचाने के प्रयास किए जाएंगे.

Continue Reading

Trending