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उत्तर प्रदेश

अयोध्या : 100 साल से अधिक पुराने नीम का पेड़ गिरने से दस साल के बच्चे की मौत

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अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में फैजाबाद शहर क्षेत्र के रकाबगंज इलाके में 100 साल से अधिक पुराने नीम के एक पेड़ के गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई और 3 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। अयोध्या शहर के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) शैलेंद्र सिंह ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि नीम का पेड़ बहुत प्राचीन था और वह गिर गया, जिससे एक बच्चे की मौत हो गई और 3 अन्य लोग घायल हो गए। हादसे में कई दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस के अनुसार फैजाबाद शहर क्षेत्र के रकाबगंज चौराहे के पास शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे यह हादसा हुआ।

जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने आया था मृतक बच्चा

जानकारों के अनुसार पेड़ 100 साल से अधिक पुराना था और इसकी जड़ें सड़ चुकी थीं। सौभाग्य से, हादसे के समय चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लाल था। पुलिस ने बताया कि मृतक बच्चे की पहचान अयोध्या के पूराकलंदर थाने के मोइया बेगमगंज निवासी रमजान अली के बेटे अब्बू साहिमान (10) के रूप में हुई। वह अपने चाचा के साथ जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने आया था।

मृतक के परिजनों को दी जाएगी 5 लाख रुपए की मुआवजा राशि

घायलों की पहचान फैजाबाद शहर के अंगूरीबाग निवासी आशिमा, ठठरहिया चौक निवासी नाजनीन और मोइया बेगमगंज निवासी मेहताब के रूप में हुई है। हादसे के बाद राहत कार्यों के लिए रकाबगंज-चौक मार्ग की एक लेन बंद कर दी गई। अयोध्या के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने तत्काल मौके पर पहुंचकर घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। गुप्ता ने बताया कि मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाएगी।

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उत्तर प्रदेश

गोवंश को हरा चारा उपलब्ध कराने के लिए किसानों को करें प्रेरित: मुख्यमंत्री

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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री ने गोवंश के लिए हरे चारे की अधिकाधिक उपलब्धता के लिए किसानों को प्रेरित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रेरित करने के लिए गोष्ठी का आयोजन भी किया जाए।

मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि किसानों से हरा चारा खरीद कर गोशालाओं को उपलब्ध कराया जाए, इससे किसानों की आय में वृद्धि भी होगी। उन्हाेंने कहा कि जिले में हरे चारे की खपत का आंकलन किया जाए। इसके बाद मांग के अनुसार हरे चारे के उत्पादन के लिए किसान और एफपीओ से संपर्क किया जाए। इस दौरान किसानों को हरे चारे के उत्पादन के लिए प्रेरित करने के साथ उन्हे उचित रेट भी दिया जाए। इससे हरे चारे के उत्पादन के प्रति किसानों का रुझान बढ़ेगा। साथ ही उनकी आय में भी बढ़ोत्तरी होगी। इसकी जिम्मेदारी जिलाधिकारी को दी जाए।

सीएम ने अधिकारियों को भूसे और हरे चारे के लिए वेयरहाउस बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मकई, ज्वार, बाजरा और बरसीम आदि हरा चारा तीन से चार माह चल जाता है। ऐसे में इसके लिए वेयरहाउस बनाएं। उन्होंने इसकी जिम्मेदारी जिलाधिकारी को सौंपने के निर्देश दिये ताकि उसकी प्रापर मॉनीटरिंग हो सके।

मुख्यमंत्री ने गो आश्रय स्थलों में शत-प्रतिशत सीसीटीवी लगाने, सड़क किनारे स्थित ग्रामों के पशुपालकों के गोवंशों के गले में रेडियम पट्टी लगाने, ग्रीष्म एवं शीत ऋतु से बचाव के लिए पफ पैनल की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये। वहीं, निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, संबंधित उपजिलाधिकारी और खंड विकास अधिकारी इन स्थलों का तय अंतराल पर निरीक्षण करते रहें। सभी निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों पर केयरटेकर की तैनाती होनी चाहिए और इनके कार्यों का सतत अनुश्रवण भी किया जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों पर छायादार वृक्ष लगाए जाने के भी निर्देश दिए। साथ ही कहा कि निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों में अच्छी व्यवस्था के लिए नगर विकास और ग्राम्य विकास विभाग भी सहयोग करे।

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