नागपुर। महाराष्ट्र में नागपुर में बीते सोमवार को औरंगजेब की कब्र विवाद को लेकर हिंसा भड़क गई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ तेज कर दी है। अबतक 60 दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया है। 3 पुलिस स्टेशन में अभी तक 6 एफआईआर दर्ज हुई है। वहीं, सीसीटीवी के आधार पर 100 से 200 लोगों को चिन्हित किया गया है। नागपुर में दंगा करने वाले 27 लोगों को कल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपियों को 21 मार्च तक पीसीआर में रिमांड पर भेज दिया है।
आरोपियों की तरफ से सीनियर एडवोकेट आसिफ कुरैशी ने जिरह की, देर रात 2.30 बजे तक यह जिरह चलती रही। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पुलिस पर हमला किया, जिन लोगों ने महिला पुलिसकर्मी के साथ छेड़खानी की और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया उन्हें सजा होनी चाहिए लेकिन बेगुनाहों को सजा नहीं होनी चाहिए।
आसिफ कुरैशी ने कहा, जिन लोगों ने DCP अर्चित चांडक, DCP निकेतन कदम पर हमला किया, सरकारी संपत्ति जलाई और महिला पुलिसकर्मी के साथ गलत व्यवहार किया, उन सभी लोगों को सजा होनी चाहिए। वकील ने कहा, गिरफ्तार किए गए लोगों में कुछ बच्चे हैं, कुछ लोग घायल हैं, कुछ हॉस्पिटल में हैं, उनमें से 27 लोगों को कोर्ट में पेश किया गया था।
जख्मियों की संख्या का जिक्र किया जाए तो इस हिंसा में 5 नागरिक जख्मी हुए हैं। इन्हें नागपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 5 में से 3 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गयी है। दो का इलाज चल रहा है। इनमें से एक आईसीयू में है। 33 पुलिस कर्मचारी और अधिकारी घायल हुए हैं।