पूर्णिया। बिहार से एक दिल दहला देने वाला ममला सामने आया है। यहां पूर्णिया जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत रजीगंज पंचायत के टेटगामा गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई। प्राथमिक जांच के अनुसार, गांव के कुछ लोगों को शक था कि मृतक बाबूलाल उरांव की पत्नी सीता देवी ‘डायन’ है और गांव में एक बीमार युवक की हालत के पीछे वही जिम्मेदार है। इसी अंधविश्वास के चलते 50 से अधिक ग्रामीणों ने मिलकर कथित रूप से पूरे परिवार को पहले बुरी तरह पीटा और फिर घर में आग लगा दी। सभी पांचों सदस्य—बाबूलाल उरांव, उनकी पत्नी सीता देवी, मां कातो देवी, बेटा मनजीत कुमार और बहू रानी देवी इस हमले में मारे गए।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने शवों को गांव के ही जलकुंभी के पास छुपा दिया था। बाद में पुलिस ने सभी शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक फोरेंसिक जांच और डॉग स्क्वाड की मदद से घटनास्थल की तलाशी ली जा रही है। पूर्णिया के सदर एसडीपीओ पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि “घटना बेहद गंभीर है, दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
थानाध्यक्ष उत्तम कुमार के अनुसार, यह हत्या पहले से सोची-समझी साजिश लगती है, जिसमें पूरे गांव के एक बड़े समूह ने भूमिका निभाई। एफएसएल और डॉग स्क्वाड की टीम को जांच में लगाया गया है। पुलिस अधीक्षक स्वीटी सहरावत खुद घटनास्थल पर कैंप कर रही हैं। इस घटना पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “बिहार अब दिल्ली दरबार से चल रहा है। यह लॉ एंड ऑर्डर की पूरी विफलता और संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।”