लखनऊ। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, अलीगंज लखनऊ में सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम ने जानकारी दी कि राज्य सरकार द्वारा विश्व युवा कौशल दिवस-2025 को पूरे प्रदेश में भव्यता से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर विभिन्न जनपदों में 12 से 14 जुलाई तक रोजगार मेलों का आयोजन किया गया है, वहीं 15 जुलाई को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
डॉ. हरिओम ने बताया कि राज्य स्तर पर 15 और 16 जुलाई, 2025 को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ के मार्स एवं सैटर्न हॉल में कौशल मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस दो दिवसीय आयोजन का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 11 बजे करेंगे। इस मौके पर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिलदेव अग्रवाल भी उपस्थित रहेंगे।
यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कौशल भारत-महाशक्ति भारत’ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘आत्मनिर्भर युवा-समृद्ध उत्तर प्रदेश’ मिशन के तहत युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
राज्य स्तरीय इस आयोजन में तीन प्रमुख कार्यक्रम होंगे:
1. युवा कौशल चौपाल – इसमें ITI, DDU-GKY और उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन से प्रशिक्षित 11 युवाओं को कौशल यूथ आइकॉन के रूप में सम्मानित किया जाएगा। वे अपनी सफलता की कहानियां भी साझा करेंगे।
2. कौशल मेला – 100 से अधिक स्टॉलों पर प्रशिक्षुओं द्वारा बनाए गए हैंडीक्राफ्ट, टेक्सटाइल, हेल्थकेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स, स्मार्ट होम डिवाइसेज आदि उत्पादों का प्रदर्शन होगा। साथ ही सीवी मेकिंग, इंटरव्यू स्किल्स, स्पोकन इंग्लिश और पर्सनालिटी ग्रूमिंग जैसे विषयों पर सॉफ्ट स्किल वर्कशॉप्स भी आयोजित की जाएंगी।
3. कौशल ओलंपिक – इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, IoT, मशीन लर्निंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी, हेल्थटेक, स्मार्ट एग्रो और डिजिटल डिजाइनिंग जैसे क्षेत्रों में बनाए गए प्रोजेक्ट्स और मॉडल्स को प्रदर्शित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त मंडलवार ITI स्टॉल्स की प्रतियोगिता भी होगी, जिसमें विजेता स्टॉल्स को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
डॉ. हरिओम ने बताया कि 12 से 14 जुलाई तक आयोजित रोजगार मेलों में प्रदेश के हर जनपद से स्थानीय उद्योगों और कंपनियों को आमंत्रित कर प्रशिक्षित युवाओं को सीधी नियुक्ति का अवसर दिया गया। इनमें चयनित 11 युवाओं को राज्य स्तरीय मंच से नियुक्ति पत्र भी सौंपे जाएंगे। इस आयोजन की व्यवस्था हेतु प्रत्येक जनपद को 50,000 रुपये की अग्रिम धनराशि प्रदान की गई है।
राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि “प्रशिक्षण पाने वाले हर युवा को समाज में स्थान, सम्मान और अवसर मिलना चाहिए। कौशल विकास केवल तकनीकी प्रशिक्षण नहीं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का भी माध्यम है।”