रायपुर। छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने उन्हें भिलाई स्थित उनके घर से हिरासत में लिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी टीम का विरोध किया और उनकी गाड़ी को रोकने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा बलों की मौजूदगी में एजेंसी चैतन्य को अपने साथ ले जाने में सफल रही।
सूत्रों के अनुसार, ईडी पहले भी चैतन्य से इस मामले में पूछताछ कर चुकी थी। ताजा कार्रवाई शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े अहम बिंदुओं को लेकर की गई है। गौरतलब है कि इस घोटाले को लेकर पिछले कुछ समय से राज्य की राजनीति में काफी हलचल है। इससे पहले भी ईडी ने भूपेश बघेल के करीबियों समेत कई जगहों पर छापेमारी की थी।
इधर, बेटे की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि तमनार क्षेत्र में अडानी समूह द्वारा की जा रही पेड़ कटाई के विरोध में कांग्रेस आवाज उठा रही है, और इसी वजह से उनके बेटे को निशाना बनाया गया है। बघेल ने लिखा, “जब हमने हसदेव के जंगल बचाने के लिए सवाल उठाया, तो सरकार ने बदले की भावना से कार्रवाई की। हम ना डरेंगे, ना झुकेंगे।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार उद्योगपतियों के दबाव में काम कर रही है और लोकतांत्रिक आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। बघेल ने यह भी कहा कि वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और जंगलों को बचाने की मुहिम से पीछे नहीं हटेंगे।