नई दिल्ली। जनसुनवाई के दौरान हुए हमले के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। पहले जहां उनकी सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस के पास था, अब सीआरपीएफ को उनकी सुरक्षा की मुख्य जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सीएम के चारों ओर सीआरपीएफ के प्रशिक्षित जवान तैनात रहेंगे। कुल 22 कमांडो उनकी सुरक्षा देखेंगे, जिनमें से दो हथियारबंद कमांडो 24 घंटे उनके आवास के बाहर तैनात रहेंगे। इनके अलावा उनके काफिले में आधुनिक गाड़ियों की तैनाती भी की जा रही है। दिल्ली पुलिस अब केवल बाहरी सुरक्षा संभालेगी, जबकि सीएम तक पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति की तलाशी दो बार- पहले दिल्ली पुलिस और फिर सीआरपीएफ द्वारा ली जाएगी।
आवास में मिली सुरक्षा खामियां
रेखा गुप्ता का आधिकारिक आवास 8, राज निवास मार्ग पर है। यहां कुल चार बंगले हैं और सभी का प्रवेश मार्ग एक ही है। इनमें से दो बंगले सीएम के पास हैं, जबकि अन्य दो डिप्टी स्पीकर और एक मंत्री के पास हैं। यही कारण है कि सुरक्षा बनाए रखने में दिक्कत आती है। छोटे आकार की चारदीवारी भी खतरे को बढ़ाती है।
क्या होंगे बदलाव?
सुरक्षा एजेंसियों ने आवास परिसर की चारदीवारी ऊंची करने और उस पर कांटेदार तार लगाने का सुझाव दिया है। सर्वेंट क्वार्टर के लिए अलग रास्ता बनाने, नई सुरक्षा चौकियां खड़ी करने और सीसीटीवी कैमरों के ब्लाइंड स्पॉट खत्म करने की भी योजना है। इसके साथ ही सीएम की जनसुनवाई की पद्धति में भी बदलाव किया जाएगा। पूरी रिपोर्ट जल्द ही केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।