बिहार में शराबबंदी का ढोल पीटा जाता है, पुलिस दावे करती है कि प्रदेश पूरी तरह शराबमुक्त है। लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। शराब की इसी लत ने सीतामढ़ी जिले में एक ऐसा खौफनाक हादसा जन्म दिया, जिसमें एक ससुर ही अपने दामाद का कातिल बन गया।
मामला बथनाहा थाना क्षेत्र के कोईली गांव का है। यहां के अकलु महतो ने अपने दामाद दिलीप सिंह (शराब का आदी) से तंग आकर उसकी हत्या करवाने की साजिश रच डाली। पुलिस जांच में सामने आया कि अकलु महतो ने दामाद को मारने के लिए एक लाख रुपये की सुपारी दी थी। इसमें से ₹12,000 पहले और हत्या के बाद ₹5,000 की रकम हत्यारों को दी गई। वारदात में कुल्हाड़ी का इस्तेमाल किया गया | 17 अगस्त को इलाके में दो शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतकों की पहचान दिलीप सिंह और उसक दोस्त राजेश पासवान के रूप में हुई। दोनों की लाशें बांसवारी में थोड़ी दूरी पर पाई गईं।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो मृतक दिलीप बाइक पर दो लोगों के साथ दिखाई दिया। इन्हीं सुरागों के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को दबोचा। पूछताछ में खुलासा हुआ कि दिलीप को शराब पिलाने के बहाने बुलाया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। उसी दौरान उसके दोस्त राजेश पासवान भी आ पहुंचा, जिसे भी शराब पिलाने के बहाने मौत के घाट उतार दिया गया।एसपी अमित रंजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सभी आरोपी दो सप्ताह के भीतर गिरफ्तार कर लिए गए। पूछताछ में अकलु महतो ने स्वीकार किया कि दामाद की शराब की आदत से वह बेहद परेशान था। दिलीप जमीन बेचकर शराब में उड़ा रहा था, जिससे तंग आकर उसने हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम तक पहुंचाया