कटरा: माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कटरा प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। प्रशासन ने आदेश जारी कर संवेदनशील क्षेत्रों में स्थित होटल, धर्मशालाओं और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को तत्काल खाली कराने का निर्देश दिया है।त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित इस पवित्र तीर्थस्थल की यात्रा रविवार को लगातार छठे दिन भी स्थगित रही। 26 अगस्त को भूस्खलन की घटना में 34 यात्रियों की मौत के बाद यात्रा रोक दी गई थी। खराब मौसम और भारी बारिश की वजह से हालात अब भी सामान्य नहीं हुए हैं।
कई जगह धंसी सड़कें, खतरे की आशंका
कटरा एसडीएम पीयूष धोत्रा के अनुसार हाल के दिनों में क्षेत्र में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है, खासकर बालिनी पुल और कदमल के पास शान मंदिर क्षेत्र में। कई जगह सड़कें धंस गई हैं, जिससे भविष्य में और भी खतरे की आशंका है। इस कारण तीर्थयात्रियों और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाना अनिवार्य हो गया। आदेश में कहा गया है कि एशिया चौक से बालिनी पुल और बालिनी पुल से दर्शनी ड्योढ़ी तक के मार्ग पर स्थित सभी होटल, धर्मशालाएं और व्यावसायिक प्रतिष्ठान असुरक्षित हैं। इनका संचालन यात्रियों की जान को खतरे में डाल सकता है।
बिना अनुमति संचालन पर कार्रवाई
एसडीएम ने साफ किया है कि जब तक इन भवनों को लोक निर्माण विभाग (सड़क एवं भवन) से सुरक्षा प्रमाणपत्र नहीं मिल जाता, इन्हें संचालित नहीं किया जा सकेगा। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत कड़ी दंडात्मक कार्रवाई होगी।